चालू वित्त
वर्ष 2012-13 में 15 मई तक देश के कमोडिटी एक्सचेंजों का कुल वायदा
कारोबार 7.32 फीसदी गिरकर 18.49 लाख करोड़ रुपये रह गया। फॉरवर्ड मार्केट्स
कमीशन (एफएमसी) के अनुसार सोने और चांदी के कारोबार में कमी आने के कारण
वायदा कारोबार घट गया।
एफएमसी के ताजा आंकड़ों के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष 2011-12 में 15 मई तक 19.95 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था। आलोच्य अवधि में बुलियन को छोड़कर बाकी एग्री कमोडिटी, मेटल्स और एनर्जी आयटमों के वायदा कारोबार में ज्यादा कारोबार हुआ। एफएमसी के आंकड़ों के अनुसार बुलियन यानि सोने व चांदी का वायदा कारोबार 34 फीसदी घटकर 8,48,489 करोड़ रुपये रह गया।
पिछले साल समान अवधि में 12,86,538 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था। दूसरी ओर एग्री कमोडिटी में वायदा कारोबार आलोच्य अवधि में 50.23 फीसदी बढ़कर 2,60,887 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल इस दौरान 173,661 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था।
कॉपर समेत मेटल्स में कारोबार 2,89,072 करोड़ रुपये से बढ़कर 407,707 करोड़ रुपये हो गया। इसके कारोबार में 41 फीसदी की बढ़त हुई। (Business Bhaskar)
एफएमसी के ताजा आंकड़ों के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष 2011-12 में 15 मई तक 19.95 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था। आलोच्य अवधि में बुलियन को छोड़कर बाकी एग्री कमोडिटी, मेटल्स और एनर्जी आयटमों के वायदा कारोबार में ज्यादा कारोबार हुआ। एफएमसी के आंकड़ों के अनुसार बुलियन यानि सोने व चांदी का वायदा कारोबार 34 फीसदी घटकर 8,48,489 करोड़ रुपये रह गया।
पिछले साल समान अवधि में 12,86,538 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था। दूसरी ओर एग्री कमोडिटी में वायदा कारोबार आलोच्य अवधि में 50.23 फीसदी बढ़कर 2,60,887 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल इस दौरान 173,661 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था।
कॉपर समेत मेटल्स में कारोबार 2,89,072 करोड़ रुपये से बढ़कर 407,707 करोड़ रुपये हो गया। इसके कारोबार में 41 फीसदी की बढ़त हुई। (Business Bhaskar)
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