सोना खरीदने वालों
के लिए बिना हालमार्क का सोना खरीदना आने वाले समय में मुसीबत भरा हो सकता
है। बिना हालमार्क वाले सोने के लिए आपको ज्वैलर्स से सोने के बराबर कीमत
नहीं मिलेगी या ज्वैलर्स ऐसे सोने को लेने से मना भी कर सकते हैं।
दरअसल, सोने पर हालमार्क लगाने को अनिवार्य करने के चलते ज्वैलर्स ऐसी सतर्कता बरतने की तैयारी कर रहे हैं। सोने पर हालमार्क लगाना अनिवार्य बनाने के लिए एक विधेयक आज संसद में पेश किया गया। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) संशोधन विधेयक 2012 को उपभोक्ता मामले, खाद्य और नागरिक आपूर्ति राज्यमंत्री के वी थामस ने लोकसभा के सामने रखा।
मौजूदा बी आई एस कानून के तहत सरकार सिर्फ उन उत्पादों पर हालमार्क अनिवार्य बना सकती है जो औद्योगिक विकास एवं नियमन अधिनियम के तहत सूचीबद्ध हैं। सोना और जौहरी का व्यवसाय इस अधिनियम के तहत सूचीबद्ध नहीं होने के कारण सरकार के लिए सोने पर हालमार्क अनिवार्य करना फिलहाल संभव नहीं है।
विधि मंत्रालय ने बी आई एस कानून को औद्योगिक विकास एवं नियमन अधिनियम से अलग करने की सिफारिश की थी जिस पर अमल करते हुए मंत्रिमंडल ने इस संशोधन विधेयक को संसद में पेश करने का फैसला किया। मौजूदा समय में सोने के जेवर पर बी आई एस हालमार्क लगाने की योजना फिलहाल स्वैच्छिक है। (Business Bhaskar)
दरअसल, सोने पर हालमार्क लगाने को अनिवार्य करने के चलते ज्वैलर्स ऐसी सतर्कता बरतने की तैयारी कर रहे हैं। सोने पर हालमार्क लगाना अनिवार्य बनाने के लिए एक विधेयक आज संसद में पेश किया गया। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) संशोधन विधेयक 2012 को उपभोक्ता मामले, खाद्य और नागरिक आपूर्ति राज्यमंत्री के वी थामस ने लोकसभा के सामने रखा।
मौजूदा बी आई एस कानून के तहत सरकार सिर्फ उन उत्पादों पर हालमार्क अनिवार्य बना सकती है जो औद्योगिक विकास एवं नियमन अधिनियम के तहत सूचीबद्ध हैं। सोना और जौहरी का व्यवसाय इस अधिनियम के तहत सूचीबद्ध नहीं होने के कारण सरकार के लिए सोने पर हालमार्क अनिवार्य करना फिलहाल संभव नहीं है।
विधि मंत्रालय ने बी आई एस कानून को औद्योगिक विकास एवं नियमन अधिनियम से अलग करने की सिफारिश की थी जिस पर अमल करते हुए मंत्रिमंडल ने इस संशोधन विधेयक को संसद में पेश करने का फैसला किया। मौजूदा समय में सोने के जेवर पर बी आई एस हालमार्क लगाने की योजना फिलहाल स्वैच्छिक है। (Business Bhaskar)
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