बिजनेस भास्कर नई दिल्ली
टायर निर्माताओं की मांग घटने से नेचुरल रबर की कीमतों में और गिरावट आने की संभावना है। पिछले डेढ़ महीने में इसकी कीमतों में आठ रुपये की गिरावट आकर शुक्रवार को कोट्टायम में भाव 182-185 रुपये प्रति किलो रह गए। जनवरी महीने में नेचुरल रबर के उत्पादन में 3.7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई जबकि इस दौरान इसकी खपत में 2.4 फीसदी की कमी आई है।
हरि संस मलयालम लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर पंकज कपूर ने बताया कि टायर निर्माताओं की मांग कमजोर है जबकि जनवरी में उत्पादन बढ़ा है जिससे घरेलू बाजार में नेचुरल रबर की कीमतों में और गिरावट की संभावना है। जनवरी महीने में नेचुरल रबर का उत्पादन 102,500 टन का हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 98,800 टन का उत्पादन हुआ था। इस दौरान नेचुरल रबर की खपत 2.4 फीसदी घटकर 82,000 टन की हुई है। कोट्टायम में सात जनवरी को नेचुरल रबर का भाव 188-193 रुपये प्रति किलो था जबकि शुक्रवार को भाव 182-185 रुपये प्रति किलो रह गया। भारतीय रबर बोर्ड के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2011-12 के अप्रैल से जनवरी के दौरान नेचुरल रबर की मांग और आपूर्ति के अंतर में कमी आई है। इस दौरान अंतर घटकर 15,580 टन रह गया जबकि अप्रैल से दिसंबर के दौरान 38,385 टन का अंतर था। अप्रैल से जनवरी के दौरान नेचुरल रबर का कुल उत्पादन 4.6 फीसदी बढ़कर 7.84 लाख टन का हुआ है। जबकि इस दौरान उद्योग की कमजोर मांग से खपत मात्र 1.3 फीसदी बढ़कर 7.99 लाख टन की ही हुई है।
रबर मर्चेंट्स एसोसिएशन के सचिव अशोक खुराना ने बताया मांग कम होने के कारण मौजूदा कीमतों में और भी गिरावट की संभावना है। विनको ऑटो इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर एम. एल. गुप्ता ने बताया कि पिछले साल दाम ऊंचे होने के कारण कंपनियों को घाटा उठाना पड़ा था। इसीलिए इस समय कंपनियां जरूरत के हिसाब से ही खरीद कर रही है। उधर, अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चालू महीने में नेचुरल रबर की कीमतें घटी हैं जिससे घरेलू बाजार में गिरावट को बल मिला है। बैंकॉक में पहली फरवरी को नेचुरल रबर का भाव 201-202 रुपये प्रति किलो (भारतीय मुद्रा में) था जो शुक्रवार को घटकर 198-199 रुपये प्रति किलो रह गया। (Business Bhaskar....R S Rana)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें