आर.एस. राणा नई दिल्ली
शहरी क्षेत्रों के आसपास सब्जियां उगाने की सरकार की योजना काफी धीमी चल रही है। योजना के तहत तय लक्ष्य के मुकाबले केवल 50 फीसदी किसानों की ही पहचान हो पाई है। चालू वित्त वर्ष 2011-12 में इसके लिए सरकार ने देशभर में 1.32 लाख किसानों की पहचान का लक्ष्य तय किया है।
जबकि सब्जियां उगाने के लिए 31 जनवरी तक केवल 62 हजार किसानों की ही पहचान हो पाई है। कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में ताजी सब्जियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई) स्कीम के तहत सरकार ने वित्त वर्ष 2011-12 के बजट में 300 करोड़ रुपये का आवंटन किया था।
स्कीम का उद्देश्य चयनित शहरों में सब्जी की मांग एवं आपूर्ति के हिसाब से उत्पादन और उत्पादकता में बढ़ोतरी करना है। स्कीम के तहत वित्त वर्ष 2011-12 में प्रत्येक राज्य के एक शहर या फिर राज्य की राजधानी या 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों के आसपास सब्जियां उगाने के लिए किसानों प्रोत्साहन देना है।
चुने गए शहरों के आसपास सब्जियों के उत्पादन के लिए भूमि और किसानों की पहचान के अलावा उन्हें प्रशिक्षण देने, प्रमाणित बीजों सुलभ कराने तथा सब्जियों को बेचने के लिए मंडियों की स्थापना करना है। उन्होंने बताया कि यह स्कीम लघु कृषक कृषि व्यवसाय संघ (एसएफएसी) के माध्यम से चलाई जा रही है तथा छोटे-छोटे किसानों को जोड़कर समूह बनाए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इस स्कीम के तहत कुल आवंटित रकम 300 करोड़ रुपये में से 207 करोड़ रुपये का आवंटन 31 जनवरी तक किया जा चुका है। उत्तर प्रदेश को छोड़कर अन्य राज्यों में बेसलाइन सर्वेक्षण का काम पूरा हो चुका है तथा 31 जनवरी तक देशभर के 62,000 किसानों के 3,061 समूह बनाए गए हैं। (Business Bhaskar...R S Rana)
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