सोने को होल्डिंग असेट की श्रेणी में शामिल करने और चलन में ना लाने के सरकार के विचार से उत्साहित प्रमुख औद्योगिक संस्था एसौचेम ने सरकार से आग्रह किया है कि निवेश को और अधिक उत्पादक बनाने के लिए औपचारिक वित्तीय योजना को प्रोत्साहन दिया जाए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने हाल ही में कहा था कि सोना एक होल्डिंग असेट है, जो निवेश योग्य संसाधनों पर भारी दबाव बढ़ाता है।
सोने के वर्तमान आयात को भुगतान संतुलन पर भारी बोझ बताते हुए एसौचेम के महासचिव डी एस रावत ने कहा सोने के प्रति भारत की भूख से चालू खाते का घाटा बढ़ रहा है, इसलिए इस पीली धातु का आयात लंबी अवधि तक नहीं किया जा सकता। पिछले वित्त वर्ष में आयातित सोने का कुल मूल्य 12 राज्यों के सकल राज्य घरेलू उत्पाद और उर्वरक व खाद्य सब्सिडी के बजटीय व्यय के अनुमान से अधिक था। (Bs Hindi)
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