कोच्चि January 03, 2012 |
इस सप्ताह से इलायची की नीलामी सभी आठ केंद्रों पर सामान्य हो जाएगी, क्योंकि केरल और तमिलनाडु के बीच सीमा मार्ग से माल की आवाजाही बहाल हो गई है।
स्पाइसेज ट्रेङ्क्षडग कॉरपोरेशन लिमिटेड (एसटीसीएल) को छोड़कर इस सप्ताह बोडीनायाकानुर और कार्डमम प्रोसेसिंग ऐंड मार्केटिंग कंपनी (सीपीएमसी) कुमिली में होने वाली सभी नीलामियां अपने निर्धारित समय पर ही होंगी। सीपीएमसी ने पहले बेचे गए स्टॉक का निपटान करने और गोदामों की सफाई करने के लिए बुधवार को होने वाली नीलामी रद्द कर दी थी। केरल और तमिलनाडु के बीच मुल्लापेरियार बांध को लेकर चल रहे विवाद के कारण पिछले महीने की 5 तारीख से दोनों राज्यों में इलायची की नीलामी लगभग बंद थी। सीमांत इलाकों में तनाव की स्थिति के कारण दोनों राज्यों के बीच सड़क परिवहन पिछले दो सप्ताह से बंद है। नालामी बंद होने के कारण 100 करोड़ रुपये कीमत का स्टॉक जमा हो गया है। स्पाइसेज बोर्ड द्वारा सभी हितधारकों की बुलाई गई बैठक के बाद 28 दिसंबर से नीलामी आंशिक रूप से शुरू हुई थी।
सीपीएमसी के पी सी पुन्नूज के मुताबिक नीलामी लगभग सामान्य हो चुकी है और सीमा मार्गों से आवाजाही बढ़ी है। नीलामियों को अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है और विभिन्न नीलामी केंद्रों पर भारी आवक हो रही है। भारी आवक की वजह पिछले चार सप्ताह से नीलामी के बंद रहने के चलते भारी स्टॉक जमा होना है। प्रमुख नीलामी केंद्रों जैसे केरल कार्डमम प्रोसेसिंग ऐंड मार्केटिंग कंपनी (केसीपीएमसी) में औसतन 100 टन इलायची बिक्री के लिए आ रही है, जबकि छोटे केंद्रों पर औसतन 40 टन की आवक हो रही है। इस महीने की पहली तारीख को केसीपीएमसी ने 122 टन की नीलामी की, क्योंकि उत्तर भारतीय बाजारों में इसकी अच्छी मांग बनी हुई है।
इसके चलते कीमतों में भी उछाल आई है और औसत कीमत बढ़कर 500-520 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है। बांध विवाद के बढऩे और नीलामी रुकने के कारण इसकी कीमत गिरकर 400 रुपये के स्तर पर आ गई थी। अच्छी गुणवत्ता की इलायची का भाव इस समय 800-850 रुपये प्रति किलोग्राम चल रहा है। पुन्नूज ने कहा कि तमिलनाडु में पोंगल त्योहार के कारण इलायची का कारोबार इस महीने की 15 तारीख के बाद बढ़ेगा। ज्यादातर कारोबारी तमिलनाडु के हैं, इसलिए पोंगल के बाद इलायची की बिक्री बढऩे की संभावना है। (BS Hindi)
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