उत्तर प्रदेश के साथ ही गुजरात में कपास की आवक बढऩे और निर्यातकों के साथ-साथ मिलों की मांग कम होने से कपास की कीमतों में गिरावट शुरू हो गई है। पिछले दस दिनों में कपास की कीमतों में करीब 5.5 फीसदी की गिरावट आ चुकी है।
अहमदाबाद में शंकर-6 किस्म की कपास का भाव घटकर बुधवार को 37,000 से 37,500 रुपये प्रति कैंडी (एक कैंडी-356 किलो) रह गया। चालू सीजन में पैदावार में आठ फीसदी की बढ़ोतरी का अनुमान है तथा आगामी दिनों में आवक और बढ़ेगी जिससे मौजूदा कीमतों में और भी मंदे की संभावना है।
नॉर्थ इंडिया कॉटन एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश राठी ने बताया कि उत्तर भारत के राज्यों पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के बाद गुजरात में भी कपास की आवक बढऩी शुरू हो गई है। आवक में बढ़ोतरी को देखते हुए मिलों के साथ-साथ निर्यातकों की मांग पहले की तुलना में कम हुई है जिससे कीमतों में मंदा आया है।
उत्तर भारत के राज्यों में कपास की दैनिक आवक बढ़कर 25,000 गांठ (एक गांठ-170 किलो) और गुजरात की मंडियों में 35,000 गांठ की हो गई। अहमदाबाद में 29 अक्टूबर को शंकर-6 किस्म की कपास का भाव 39,500 से 39,700 रुपये प्रति कैंडी था जबकि बुधवार को भाव घटकर 37,000 से 37,500 रुपये प्रति कैंडी रह गया।
परफेक्ट कॉटन कंपनी के डायरेक्टर चंदूलाल ठक्कर ने बताया अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले दस दिनों में कपास की कीमतों में करीब 6.4 फीसदी की गिरावट आई है। इसी का असर घरेलू बाजार में कपास की कीमतों पर पड़ा है। न्यूयॉर्क बोर्ड ऑफ ट्रेड में अक्टूबर महीने के वायदा अनुबंध में कॉटन का भाव 28 अक्टूबर को 104.39 सेंट प्रति पाउंड था जबकि आठ नवंबर को दिसंबर महीने के वायदा अनुबंध में इसका भाव 97.62 सेंट प्रति पाउंड पर बंद हुआ।
मुक्तसर कॉटन प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर नवीन ग्रोवर ने बताया कि चालू फसल सीजन में कपास की पैदावार में बढ़ोतरी होने का अनुमान है। गुजरात के बाद महाराष्ट्र में भी चालू महीने में आवक बढ़ेगी इसीलिए मिलों की खरीद पहले की तुलना में कम हो गई है। (Business Bhaskar....R S Rana)
10 नवंबर 2011
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