यूरो जोन के कर्ज संकट का समाधान नहीं होने से पिछले एक महीने से अल्यूमीनियम की कीमतों में जारी गिरावट बने रहने की संभावना है। घरेलू बाजार में मांग नहीं होने के कारण भी अल्यूमीनियम में मंदी देखने को मिल रही है। पिछले एक सप्ताह से घरेलू बाजार में अल्यूमीनियम वायर का भाव 129 रुपये प्रति किलो के स्तर पर चल रहा है। कारोबारियों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनिश्चितता के साथ ही घरेलू बाजार में मांग में कमी के दबाव से अल्यूमीनियम में आगे भी मंदी जारी रह सकती है।
लंदन मेटल एक्सचेंज में अल्यूमीनियम की कीमतों में पिछले एक महीने के दौरान 30 डॉलर प्रति टन तक की गिरावट दर्ज की गई है। जानकारों के मुताबिक यूरो जोन के कर्ज संकट के समाधान के लिए वहां के नेताओं का रुख स्पष्ट नहीं होने के कारण आगे भी इसकी कीमतों में गिरावट जारी रह सकती है। वैश्विक बाजार में गिरावट के असर से घरेलू एमसीएक्स में भी अल्यूमीनियम नीचे गिर रहा है।
लंदन मेटल एक्सचेंज 29 सितंबर को अल्यूमीनियम 2,222 डॉलर प्रति टन के स्तर पर दर्ज किया गया था जबकि 20 अक्टूबर को इसकी तीन माह की खरीद का भाव 2195 डॉलर प्रति टन दर्ज किया गया। घरेलू एमसीएक्स पर पिछले एक महीने से गिरावट का दौर देखा जा रहा है। 22 अक्टूबर को एमसीएक्स पर अक्टूबर वायदा 106.35 रुपये प्रति किलोग्राम दर्ज किया गया।
अल्यूमीनियम एसोसिएशन फॉर दिल्ली के अध्यक्ष सतीश कुमार गर्ग का कहना है कि घरेलू बाजार में मांग में कमी के कारण अल्यूमीनियम के दाम नीचे गिरे हैं। वैश्विक स्तर पर यूरो जोन के संकट के कारण भी अल्यूमीनियम की कीमतों में गिरावट आई है। कारोबारी नन्नू भाई का कहना है कि दीवाली के बाद का महीना यानी नवंबर महीने की शुरूआत में मांग निकलने की उम्मीद की जा रही थी जिससे कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है।
फिलहाल घरेलू मांग की कमी व अंतरराष्ट्रीय बाजार की अस्थिरता के कारण अल्यूमीनियम की कीमतों में मंदी देखने को मिल रही है। नन्नू भाई ने बताया कि मांग में कमी के कारण ही पिछले एक सप्ताह से अल्यूमीनियम वायर 129 रुपये प्रति किलो, अल्यूमीनियम कास्टिंग 103 रुपये प्रति किलो व अल्यूमीनियम इंगट के भाव 130 रुपये प्रति किलो के स्तर पर चल रहे हैं। (Business Bhaskar)
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