सोने में तेजी के दिन लद चुके हैं या फिर इसकी बिक्री के पीछे कोई दूसरी खास वजह है। लेकिन करीब दो अरब डॉलर मूल्य के सोने की बिक्री ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में सनसनी ला दी है। दुनिया के बड़े हेज फंड मैनेजर और लंबे अरसे से तेजडिय़ा रहे जॉन पॉल्सन ने तीसरी तिमाही में अपनी सोने की होल्डिंग एक तिहाई घटा दी है। उसने करीब दो अरब डॉलर के सोने की बिक्री की है। इससे सोने के वैश्विक बाजार में तेजी की धारणा प्रभावित हो सकती है।
अमेरिका में रेग्यूलेटरी फाइलिंग के आंकड़ों के मुताबिक पॉल्सन एंड कंपनी ने एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट में अपनी होल्डिंग घटाकर 203 लाख शेयर की है। दूसरी तिमाही के अंत में उसकी होल्डिंग 315 लाख शेयर की थी। मौजूदा मूल्य के आधार पर पॉल्सन की बिक्री करीब 11 लाख औंस के बराबर है। इसका मूल्य 1.94 अरब डॉलर है। चालू वर्ष के शुरू में अरबपति फाइनेंसर जॉर्ज सोरोस द्वारा सोने में अपना लगभग पूरा हिस्सा (80 करोड़ डॉलर) बेचे के बाद पॉल्सन के पास बुलियन में निवेश काफी ज्यादा हो गया था।
सोरोस ने सोने के मूल्य को अंतिम बुलबुला करार देकर अपना सारा हिस्सा बेच दिया था। उन्होंने अपना सोना 6 सितंबर को 1920.30 डॉलर प्रति औंस का रिकॉर्ड स्तर छूने से पहले बेच दिया था। इसके बाद सोना 26 सितंबर को 1,534.49 डॉलर प्रति औंस का स्तर भी छू गया।
एएनजेड रिसर्च ने एक नोट में कहा है कि अमेरिकी रेग्यूलेटरी में इस फाइलिंग की ओर हर किसी का ध्यान जाएगा और सोने में मंदी आने की उम्मीद बनेगी। नोट में कहा गया है कि वास्तव में सोने की तेजी के दिन लद चुके हैं। लंदन के हाजिर बाजार में मंगलवार को सोना करीब एक फीसदी गिरकर 1762.98 डॉलर प्रति औंस रह गया। हालांकि चालू वर्ष में अब तक इसके दाम करीब 25 फीसदी बढ़ चुके हैं।
पॉल्सन द्वारा सोने की बिक्री के पीछे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं है। एएनजेड के अनुसार संभव है कि पॉल्सन अपनी होल्डिंग को एक्सचेंज ट्रेडेड फंड एसपीडीआर से शिफ्ट करके हाजिर होल्डिंग में लाए। इस कदम से वह एसपीडीआर की मैनेजमेंट फीस से बचत कर सकता है। हमें संदेह है कि पॉल्सन का सोने के प्रति लगाव खत्म हो रहा है।
बैंक ऑफ अमेरिका और हैलिट पैकर्ड जैसे शेयरों में सितंबर के अंत में गिरावट आने से पॉल्सन एडवांटेज प्लस फंड की वैल्यू करीब आधी घट चुकी है। ऐसे में हो सकता है कि उसने रिडीम्शन (पैसा निकालने) के लिए सोने की बिक्री की हो। पॉल्सन करेंसी रिस्क की हेजिंग के लिए एसपीडीआर होल्डिंग का इस्तेमाल करती है। उसने इस महीने के शुरू में कहा था कि उसकी कुल फंड वैल्यू में करीब आठ फीसदी के रिडीम्शन आवेदन मिले हैं। उसके फंड की कुल वैल्यू करीब 30 अरब डॉलर है।ऊंचे भाव पर मांग घटने से सोना व चांदी नरमनई दिल्ली ऊंची कीमतों पर मांग घटने से मंगलवार को दिल्ली सराफा बाजार में चांदी की कीमतों में 500 रुपये की गिरावट आकर भाव 57,500 रुपये प्रति किलो रह गए। सोने की कीमतों में भी 30 रुपये का मंदा आकर भाव 29,265 रुपये प्रति दस ग्राम रह गए। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी निवेशकों की मुनाफावसूली से मंगलवार को सोने की कीमतों में 19 डॉलर की गिरावट आकर भाव 1,761 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करते देखा गया।
जबकि 14 अक्टूबर को इसका भाव 1,780 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ था। चांदी की कीमतें भी मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में घटकर 33.79 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करते देखी गई जबकि पिछले कारोबारी दिवस में इसका भाव 34.24 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ था। (Business Bhaskar)
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