राजकोट November 04, 2011
सौराष्ट्र ऑयल मिलर्स एसोसिएशन (सोमा) ने हाल में संपन्न अपनी वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में स्वीकार किया है कि मिलें खाद्य तेल में मिलावट की गतिविधियों में लिप्त हैं। सोमा के अधिकारियों ने बताया कि कुछ मिलवाले मूंगफली के तेल में मिलावट कर रहे हैं और इससे गुजरात के खाद्य तेल उद्योग की छवि खराब हो रही है। इस औद्योगिक संस्था ने मूंगफली उत्पादन के संबंध में राष्ट्रीय स्तर की कारोबारी संस्थाओं पर गलत पूर्वानुमान लगाने का आरोप भी लगाया। सोमा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष समीर शाह ने कहा कि 'हमारे कुछ मिल मालिक मूंगफली के तेल में मिलावट कर रहे हैं और इससे पूरे उद्योग की छवि पर दाग लगा है। हर कोई इसके बारे में जानता है, लेकिन कोई भी इसे रोकने आगे नहीं आया है। हमें इस मुद्दे पर कुछ कदम उठाने होंगे अन्यथा स्थिति और भी खराब हो जाएगी और इससे उद्योग को नुकसान होगा।' शाह ने यह भी कहा कि कारोबारी संस्थाओं जैसे सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (एसईए) और इंडियन ऑयल सीड्स ऐंड प्रॉड्यूस एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (आईओपीईपीसी) ने गुजरात में मूंगफली उत्पादन के काल्पनिक आंकड़े मुहैया कराए हैं। शाह ने कहा कि 'ये आंकड़े अस्वीकार्य और कुछ बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा प्रभावित हैं। इससे मूंगफली और खाद्य तेल बाजार प्रभावित होगा।' (BS Hindi)
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