बेंगलुरु January 28, 2011
जिंसों के लिए इलेक्ट्रॉनिक हाजिर बाजार नैशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) अप्रैल 2011 तक एल्युमीनियम, निकल, प्लेटिनम, इस्पात सहित अन्य आधार धातुओं में अनुबंध कारोबार शुरू करने की योजना बना रहा है। यह भी एनएसईएल के ई-सीरीज अनुबंध सौदे का ही हिस्सा होंगे। फाइनैंशियल टेक्रोलॉजीज और एनएफईडी प्रवर्तित एनएसईएल अपने ई-सीरीज के तहत कैलेंडर वर्ष में कृषि जिंस में भी अनुबंध कारोबार शुरू करेगा। इस बारे में नैशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी अंजनि सिन्हा ने कहा, 'हमारे ई-सीरीज उत्पादों को अच्छी प्रतिक्रियाएं मिली हैं और इसे देखते हुए अगले तीन-चार महीने में हम ई-कॉन्ट्रैक्ट के तहत आधार धातुओं में वायदा कारोबार शुरू करेंगे।Ó इस समय एनएसईएल के ई-सीरीज के तहत ई-गोल्ड, ई-सिल्वर, ई-जिंक और ई-कॉपर के नाम से चार अनुबंध हैं और रोजाना इसमें 700-800 करोड़ रुपये का कारोबार होता है। एनएसईएल विभिन्न कृषि जिंसों के लिए ई-सीरीज अनुबंध शुरू करना चाहता है। सिन्हा का कहना था, 'कृषि जिंसों जैसे चना, ग्वार गम, मेंथा ऑयल, काली मिर्च को ई-कॉन्ट्रैक्ट के तहत सबसे पहले लॉन्च किया जाएगा।Ó उन्होंने कहा कि ई-सीरीज कॉन्ट्रैक्ट से खुदरा निवेशकों को ब्रोकरेज कंपनियों के जरिये छोटी मात्रा में जिंसों की खरीदारी और बिकवाली करने में मदद मिलती है।वर्ष 2011 में कारोबार की तरफ इशारा करते हुए सिन्हा ने कहा कि एक्सचेंज ई-सीरीज कॉन्ट्रैक्ट की शुरुआत के बाद रोजाना 2,000 करोड़ रुपये के कारोबार की उम्मीद कर रहा है। हालांकि उन्होंने कहा कि एनएसईएल एमसीएक्स से ग्राहकों को अपनी ओर खींचने का प्रयास नहीं करेगा। उन्होंने कहा, 'इस बारे में कोई टकराव नहीं है हम इसकी उम्मीद नहीं कर रहे हैं कि एमसीएक्स या किसी अन्य वायदा बाजार से ग्राहक हमारे पास आएंगे। यह एक नया बाजार है और इसके निवेशक भी कुछ अलग होंगे।Ó स्पॉट एक्सचेंज कृषि सहकारिता संगठनों जैसे नैफेड के साथ मिलकर विभिन्न कृषि जिंसों की बिक्री कर रहा है। एक्सचेंज एमएमटीसी की आयातित दालों की बिक्री हाजिर बाजार में कर रहा है। सिन्हा ने कहा कि वह एमएमटीसी के साथ पिग आयरन बेचने के लिए बातचीत कर रहे है। (BS Hindi)
29 जनवरी 2011
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें