पटना January 12, 2011
मॉनसून की आंख-मिचौली के चलते कभी बाढ़ तो कभी सूखे से परेशान रहे बिहार के किसानो ने उम्मीद की दामन नहीं छोड़ी है। इस साल देर तक मॉनसून रहने और ठंड की वजह से किसानों को गेहूं और मक्के की बंपर पैदावार होने की उम्मीद दिख रही है। राज्य के कृषि विभाग के अधिकारी भी इस बात को स्वीकार करते हैं कि इस साल राज्य में रबी फसलों की सेहद काफी अच्छी रहने वाली है। राज्य के कृषि उत्पाद आयुक्त और कृषि विभाग के प्रधान सचिव अशोक कुमार सिन्हा ने बताया, 'खरीफ सीजन के दौरान स्थिति काफी तकलीफदेह रही थी। लेकिन बुरा समय अब बीत चुका है। हम रबी सीजन के दौरान बंपर पैदावार की उम्मीद कर रहे हैं।Ó उन्होंने कहा कि अब तक जो स्थिति दिख रही है उससे यही लगता है कि रबी सीजन में हम खरीफ फसलों को हुए नुकसान की भरपाई करने में सक्षम होंगे। अगर आगे सभी चीजें आशा के अनुरूप रही तो चालू रबी सीजन के दौरान राज्य में कम से कम 70 लाख टन गेहूं और 20 लाख टन से ज्यादा मक्के की उपज हो सकती है। अधिकारी ने कहा कि हम दलहन की पैदावार भी अच्छी होने की उम्मीद कर रहे हैं। राज्य में इस साल करीब 24 लाख हेक्टेयर भूमि में गेहूं की बुआई की गई है। यह पिछले साल की तुलना में करीब 2 लाख हेक्टेयर ज्यादा है। जबकि यहां 20 लाख हेक्टेयर भूमि में गेहूं बोने का लक्ष्य रखा गया था जिसे काफी पहले की पार किया जा चुका है। सरकार का अनुमान है कि चालू रबी सत्र में गेहूं का उत्पादन पिछले साल की तुलना में करीब डेढ़ गुना ज्यादा हो सकता है। (BS Hindi)
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