07 जनवरी 2011
मध्य जनवरी से मक्का में तेजी संभव
मध्य जनवरी के बाद निर्यात मांग बढऩे से मक्का की कीमतों में तेजी की संभावना है। सूखे के कारण अर्जेंटीना में मक्का के उत्पादन में कमी आने की आशंका है। जिसके चलते वैश्विक स्तर पर मक्का की सप्लाई प्रभावित होगी। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड (सीबॉट) में मक्का के दाम दो साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं। वर्तमान में पोल्ट्री फीड निर्माताओं के साथ स्टार्च मिलों की भी अच्छी मांग बनी हुई है।अमेरिका कृषि विभाग के भारत में प्रतिनिधि अमित सचदेव ने बताया कि अर्जेंटीना में सूखे जैसे हालात बनने से मक्का के उत्पादन में भारी कमी आने की आशंका है। अर्जेंटीना विश्व में मक्का का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक देश है। दक्षिण पूर्वी एशियाई देश अर्जेंटीना और ब्राजील से हर साल करीब 100 लाख टन मक्का का आयात करते हैं। अर्जेंटीना में उत्पादन प्रभावित होने की आशंका के कारण ही सीबॉट में मार्च महीने के वायदा अनुबंध में मक्का की कीमतें बढ़कर 6.29 डॉलर प्रति बुशल हो गई है, जो जुलाई 2008 के बाद का उच्चतम भाव है। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में अक्टूबर से दिसंबर तक करीब चार लाख टन मक्का का निर्यात हो चुका है। बीते सीजन (अक्टूबर-09 से सितंबर-10) के दौरान देश से मक्का का 8 लाख टन का निर्यात हुआ था। लेकिन चालू सीजन में निर्यात बढ़कर 22 से 25 लाख टन होने की संभावना है। लक्ष्मी ओवरसीज के मैनेजिंग डायरेक्टर दलीप काबरा ने बताया कि निर्यातक काकीनाड़ा और कांडला बंदरगाह डिलीवरी 1,070-1,080 रुपये प्रति क्विंटल की दर से मक्का की खरीद कर रहे हैं। जबकि वियतनाम और मलेशिया के आयातक 260-270 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) की दर से आयात सौदे कर रहे हैं। पंद्रह जनवरी के बाद इन देशों की मांग बढऩे की संभावना है।इसके अलावा बांग्लादेश, नेपाल और श्रीलंका की मांग भी बनी हुई है। अनिल प्रोडक्टस लिमिटेड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस समय स्टॉर्च मिलों के साथ पोल्ट्रीफीड निर्माताओं की मक्का में अच्छी मांग बनी हुई है। जबकि उत्पादक मंडियों में मक्का की आवक पहले की तुलना में कम हो गई है। आंध्रप्रदेश की मंडियों में मक्का का भाव बढ़कर सोमवार को 1,030 रुपये और कर्नाटक की मंडियों में 1,010 रुपये प्रति क्विंटल हो गया। स्टार्च मिलों की सालाना खपत करीब 20-22 लाख टन की और पोल्ट्रीफीड में 80 से 85 लाख टन की होती है। कृषि मंत्रालय के आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू खरीफ में मक्का का उत्पादन बढ़कर 140 लाख टन होने का अनुमान है। जबकि वर्ष 2009-10 में मक्का का उत्पादन 120 लाख टन का ही हुआ था। निजामाबाद मंडी में मक्का के थोक कारोबारी पूनम चंद गुप्ता ने बताया कि आंध्रप्रदेश में मक्का की दैनिक आवक घटकर दस हजार क्विंटल और कर्नाटक की मंडियों में 25-30 हजार क्विंटल की रह गई है। दिल्ली के मक्का व्यापारी राजेश अग्रवाल ने बताया कि पंजाब और हरियाणा के पोल्ट्री फीड निर्माताओं की मांग से मक्का की कीमतों में 30 रुपये की तेजी आकर भाव 1,080 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। राजस्थान की मंडियों में मक्का का भाव 970-980 रुपये और मध्य प्रदेश की मंडियों में 960-970 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है।बात पते कीकृषि मंत्रालय के आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू खरीफ में मक्का का उत्पादन 140 लाख टन होने का अनुमान है। जबकि वर्ष 2009-10 में मक्का का उत्पादन 120 लाख टन का ही हुआ था। (Business Bhaskar....R S Rana)
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