कपड़ा मंत्रालय ने वाणिज्य मंत्रालय के कपास निर्यात कोटा आवंटन में कमी पायी है और प्रक्रिया बदले जाने का सुझाव दिया है। सरकार ने चालू कपास सीजन (अक्टूबर से सितंबर) में कपास निर्यात 55 लाख गांठ की सीमा निर्धारित की है।
हालांकि 15 दिसंबर तक कपास निर्यात का कोटा निर्धारित करने का अधिकार कपड़ा मंत्रालय के अंतर्गत निहित था। बहरहाल, हाल ही में यह जिम्मेदारी वाणिज्य मंत्रालय ने ले ली है।
कपड़ा सचिव रीता मेनन ने वाणिज्य सचिव राहुल खुल्लर को पत्र लिखकर व्यापारियों के लिए कपास निर्यात के आवंटन के मामले की प्रक्रिया पलटने की मांग की है।
सूत्रों ने कहा कि वाणिज्य मंत्रालय ने निर्यात कोटा आवंटन के लिए उन व्यापारियों से भी आवेदन स्वीकार किए हैं जिन्हें कपास व्यापार का कोई अनुभव नहीं है। कुल 55 लाख गांठ में से 38 लाख गांठ पहले ही 15 दिसंबर तक निर्यात किए जा चुके हैं।
कपड़ा मंत्रालय ने आशंका व्यक्त की है कि नए आवंटन से कीमत स्थिति और बिगड़ेगी। घरेलू कपास कीमत पहले से ही ऊंची है। फिलहाल, कपास कीमत 44,000 रुपए कैंडी (356 किलो) है जबकि पिछले साल की समान अवधि में कीमत 33,000 रुपए कैंडी थी। (Hindustan hindi)
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