05 जनवरी 2010
दक्षिण भारत की फ्लोर मिलों को ऑस्ट्रेलियाई गेहूं ज्यादा पसंद
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं के दाम कम कर देने के बावजूद दक्षिण भारत की मिलें आयातित गेहूं खरीद को प्राथमिकता दे रही हैं। आस्ट्रेलियाई का गेहूं प्रीमियम क्वालिटी का होने के कारण एफसीआई के गेहूं के मुकाबले ऊंचे दाम पर बिक रहा है। दिसंबर में दक्षिण भारत की मिलों ने ऑस्ट्रेलिया से करीब चालीस हजार टन गेहूं के आयात सौदे किए हैं तथा इसमें से करीब 20 हजार टन गेहूं भारतीय बंदरगाहों पर पहुंच भी चुका है।बंगलुरू स्थित मैसर्स प्रवीन कॉमर्शियल कंपनी के डायरेक्टर नवीन कुमार ने बताया कि आस्ट्रेलियाई गेहूं की क्वालिटी प्रीमियम है इसीलिए मिलें इसकी खरीद को प्राथमिकता दे रही हैं। आयातित गेहूं तूतीकोरन बंदरगाह पर 1500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बिक रहा है जबकि एफसीआई ने जनवरी के लिए कर्नाटक की मिलों के लिए गेहूं की निविदा का रिजर्व मूल्य 1407।04 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। दिसंबर में कर्नाटक में एफसीआई के गेहूं का रिजर्व मूल्य 1590.86 रुपये प्रति क्विंटल था। इसी तरह से तमिलनाडु में एफसीआई ने निविदा भरने का रिजर्व मूल्य दिसंबर के 1585.17 रुपये से घटाकर 1401.35 रुपये और आंध्र प्रदेश में 1563.99 रुपये से घटाकर 1380.70 रुपये तथा केरल में 1620.17 रुपये से घटाकर 1436.35 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। इन भावों पर फ्लोर मिलों ने निविदा भरकर जमा भी करा दी है। चालू सप्ताह में एफसीआई के गेहूं का उठान भी शुरू हो जाएगा। इसीलिए बंगलुरू में उत्तर भारत से पहुंच गेहूं के दाम करीब 100 रुपये घटकर 1530 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। आगामी सप्ताह में इसकी कीमतों में और भी गिरावट की संभावना है।एक आयातक कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिसंबर महीने में भारतीय कंपनियों ने करीब 40 हजार टन गेहूं के आयात सौदे किए हैं तथा इसमें से करीब 20 हजार टन गेहूं भारतीय बंदरगाहों पर पहुंच भी चुका है। आयातित गेहूं की क्वालिटी एफसीआई के मुकाबले अच्छी होने के कारण मिलों की अच्छी मांग बनी हुई है। चालू महीने में भी ऑस्ट्रेलिया से करीब 60-70 हजार टन गेहूं के और आयात सौदे होने की संभावना है। ऑस्ट्रेलिया में गेहूं का दाम 235-240 डॉलर प्रति टन है जबकि इसमें 65-70 डॉलर का खर्चा जोड़ने के बाद बंदरगाह पर पहुंच इसके दाम 300-310 डॉलर प्रति टन बैठता है।कमलेश कुमार एंड कंपनी के प्रोपराइटर कमलेश जैन ने बताया कि एफसीआई द्वारा गेहूं का दाम कम कर देने के बावजूद दिल्ली में पिछले तीन-चार दिनों में गेहूं की कीमतों में करीब 50 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है। यहां सोमवार को गेहूं का भाव बढ़कर 1420-1425 रुपये प्रति क्विंटल हो गया जबकि एफसीआई ने ओएमएसएस के तहत गेहूं की निविदा भरने का रिवर्ज मूल्य 1254.08 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। चालू सप्ताह में एफसीआई के गेहूं का उठान होने के बाद इसकी कीमतों में गिरावट आने की संभावना है। (बिज़नस भास्कर.....आर अस राणा)
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