20 जनवरी 2010
चमक बढ़ सकती है मेटल कंपनियों में
मेटल इंडस्ट्री में बीते वर्ष के दौरान आई चमक मौजूदा वर्ष में और बढ़ने की उम्मीद है। विश्वव्यापी स्तर पर स्टील की मांग बढ़ रही है और स्टॉक जुटाने की कोशिश हो रही है। अगर विकसित देशों में आर्थिक हालात न सुधरे, तब भी वैश्विक स्तर पर स्टील की मांग और उत्पादन क्षमता 10 फीसदी बढ़ने की संभावना है। इक्विटी रिसर्च कंपनी एवेंडस केपिटल ने अपनी रिपोर्ट में यह बात कही है। रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा वर्ष में मेटल सेक्टर के शेयर चमकने की काफी संभावना है। इसमें दिग्गज कंपनियां हिंडाल्को, जेएसडब्लू स्टील, टाटा स्टील और सेल में ज्यादा संभावनाएं है।मेटल इंडस्ट्री पर जारी रिपोर्ट के अनुसार भारत में सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) की विकास दर सुधरने से मेटल्स की मांग सुधरेगी। इंडस्ट्री की उत्पादन लागत घटने, कार्य कुशलता बढ़ने और प्रोडक्ट मिक्स बेहतर होने से अगले वित्त वर्ष 2010-11 की पहली छमाही में कंपनियों की कर पूर्व आय बढ़कर 103 डॉलर प्रति आय हो सकती है। ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि मेटल शेयरों में 34 फीसदी तक का सुधार हो सकता है। रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक स्तर पर स्टील की इन्वेंट्री बढ़कर 900 लाख टन तक पहुंच सकती है। दूसरी ओर लंदन मेटल एक्सचेंज में अल्यूमीनियम की इन्वेंट्री घटकर 16 लाख टन रहने का अनुमान है।अल्यूमीनियम की खपत 1.8 फीसदी बढ़ने की संभावना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में मेटल की मांग मुख्य रूप से इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च और आटो सेक्टर की बिक्री पर निर्भर करेगी। देश में स्टील की मांग 12.1त्न और अल्यूमीनियम की मांग 11.3त्न की दर से बढ़ेगी। डॉलर मजबूत होने से घरेलू निर्माताओं की रुपये में औसत आय सुधरेगी। ऐसे में कंपनियों का शुद्ध लाभ अगले दो वर्षो में 44 फीसदी वार्षिक रहने की संभावना है। शुद्ध लाभ बढ़ने से कंपनियों के शेयरों का पीई अनुपात 33 फीसदी तक गिर जाएगा। आपका फायदा..अगले वित्त वर्ष 2010-11 की पहली छमाही में कंपनियों की कर पूर्व आय बढ़कर 103 डॉलर प्रति आय हो सकती है। हिंडाल्को, जेएसडब्लू स्टील, टाटा स्टील और सेल के शेयर चमकने की काफी संभावना है। (बिसनेस भास्कर)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें