नई दिल्ली January 25, 2010
महंगाई के खिलाफ सरकार की जंग मामूली असर ही दिखा पाई है।
चीनी के खुदरा भाव जरूर 13 जनवरी को सरकारी हथियार चलने के बाद 6 फीसदी नीचे आए हैं, लेकिन अनाज और दालें अब भी आसमान पर हैं। चीनी भी वापस जलवे दिखा रही है और तकरीबन 400 रुपये प्रति क्विंटल गिरने के बाद पिछले चार दिन में इसके भाव 100 रुपये प्रति क्विंटल उछलकर वापस 3,900 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गए हैं।
वार हुए बेकार
चीनी उद्योग से जुड़े अधिकारी कहते हैं कि कृषि मंत्री शरद पवार ने प्रसंस्कृत चीनी पर आयात शुल्क में छूट बढ़ाने जैसे उपाय जरूर किए हैं, लेकिन मांग और आपूर्ति में अभी कोई बुनियादी फर्क नहीं आया है।
केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश की तमाम चीनी मिलों को लगभग 9 लाख टन आयातित कच्ची चीनी का प्रसंस्करण दूसरे राज्यों में करने की अनुमति दी है क्योंकि राज्य सरकार ने आयातित कच्ची चीनी के प्रसंस्करण पर रोक लगा दी है। लेकिन ज्यादातर मिलें इसकी बिक्री को तैयार नहीं हैं और रोक हटने का इंतजार कर रही हैं।
कैसे बिके अनाज
सरकार खुले बाजार में अनाज की उपलब्धता बढ़ाने के लिए भी कई तरीके आजमा रही है, लेकिन खुदरा भाव उन्हें बेअसर ही बता रहे हैं।
खाद्य मंत्रालय ने भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के जरिये 30 लाख टन गेहूं और 10 लाख टन चावल पिछली तिमाही में खुले बाजार में बिक्री के लिए भेजे थे। चालू तिमाही में भी इतना ही अनाज बेचा जाएगा। इस गेहूं में 10 लाख टन गेहूं नीलामी के जरिये थोक उपभोक्ताओं को बेचा जाना था और बाकी खुदरा विक्रेताओं और छोटी प्रसंस्करण इकाइयों को दिया जाना था।
लेकिन राज्यों की एजेंसियां बिक्री कराने के लिए तैयार नहीं हैं, जिसकी वजह से केंद्र सरकार बचा गेहूं बेचने का जिम्मा भी एफसीआई को ही देने के बारे में सोच रहा है। राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी महासंघ और नाफेड को भी इस काम में लगाया गया है।
नहीं गिरेंगे भाव
अंतरराष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान के निदेशक अशोक गुलाटी ने कहा, 'अगर सरकार अगले दो महीने में 30 से 50 लाख टन गेहूं और चावल खुले बाजार में पहुंचा देती है, तो इनके भाव 4 से 5 रुपये प्रति किलोग्राम गिर सकते हैं। लेकिन अनाज और दाल के भाव में फौरी तौर पर तो कोई कमी होती नहीं दिख रही। अब मार्च में रबी की कटाई के बाद ही फर्क दिख सकता है।'
सब हथियार हुए बेकार
जिंस भाव 13 जन। 22जन.चीनी 47 44चावल 23 23गेहूं 14.5 15तुअर दाल 88 87उड़द दाल 74 74मूंग दाल 82 81भाव दिल्ली में रुपये प्रति किलोग्रामस्त्रोत : उपभोक्ता मामलों का विभाग (बीएस हिन्दी)
25 जनवरी 2010
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