13 जनवरी 2010
बेतहाशा मूल्य वृद्धि से ब्रांडेड चीनी से मोह घटा ग्राहकों का
आर.एस. राणा नई दिल्ल,Tuesday, January 12, 2010 23:56 [IST]कीमतों में आई रिकार्ड तेजी से ब्रांडेड चीनी के कारोबार में मात्रा के लिहाज से कमी आई है हालांकि मूल्य के हिसाब से पिछले साल के मुकाबले बढ़ोतरी हुई है। चीनी के ब्रांडेड शुगर का वैल्यू में कारोबार 20 फीसदी बढ़कर 600 करोड़ रुपये सालाना हो गया है। संगठित क्षेत्र में रिटेल कारोबार बढ़ने और ब्रांडेड वस्तुएं खरीदने के शौकीन लोगों की संख्या बढ़ने से पिछले वर्षो में ब्रांडेड चीनी की मांग खुली चीनी के मुकाबले ज्यादा तेजी से बढ़ रही है। कंपनियों को उम्मीद है कि जिस तरह से छोटे शहरों में भी लोगों की जीवन शैली में बदलाव आ रहा है, आगामी वर्षो में ब्रांडेड चीनी का कारोबार ज्यादा तेजी से बढ़ने की संभावना है।चीनी में बेतहाशा तेजी आने के कारण ब्रांडेड चीनी खरीदने वाले ग्राहकों की संख्या फिलहाल घट गई है। पिछले साल चीनी 20-25 रुपये प्रति किलो बिक रही थी, उस समय पांच रुपये ज्यादा देना बहुत से ग्राहकों को चुभता नहीं था लेकिन अब खुली चीनी ही 45 रुपये प्रति किलो तक बिक रही है, ऐसे में 50-55 रुपये प्रति किलो की ब्रांडेड चीनी खरीदने से ग्राहक पीछे हट रहे हैं। मवाना शुगर लिमिटेड के बिजनेस हैड एस. मेहरा ने बताया कि ऊंची कीमतों के कारण ब्रांडेड शुगर के कारोबार में मात्रात्मक रूप में काफी कमी आई है। हालांकि वेल्यू के हिसाब से पिछले साल की तुलना में 20 फीसदी का इजाफा होकर कुल कारोबार 600 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। खुली चीनी के मुकाबले ब्रांडेड चीनी के दाम पांच-छह रुपये प्रति किलो ज्यादा होते हैं। इसकी मशीनों द्वारा पैकेजिंग होने और बेहतर स्वच्छता की उम्मीद में स्वास्थ्य के प्रति जागरूक उपभोक्ताओं का रुझान बढ़ रहा है। आटा, नमक, चाय व अन्य खाद्य वस्तुएं भी ब्रांडेड पैक में खूब बिक रहे हैं।सिंभावली शुगर लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक डॉ. जी. एस. सी. राव ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले चीनी की कीमतों में 95 फीसदी की तेजी आई है लेकिन ब्रांडेड चीनी की बिक्री सिर्फ 20 फीसदी बढ़ी। इस लिहाज से ब्रांडेड चीनी का कुल कारोबार कम हुआ है। ब्रांडेड चीनी एमआरपी की तुलना में कम भाव पर ही बिकती है। लेकिन अब रिटेल स्टोरों पर ब्रांडेड चीनी एमआरपी पर ही बिक रही है। इस पर भी देश में चीनी का असर इस तरह दिख रहा है। ब्रांडेड शुगर में धामपुर शुगर मिल की चीनी के भाव 240 रुपये प्रति पांच किलो चल रहे हैं जबकि मवाना शुगर मिल की ब्रांडेड चीनी का एमआरपी 55 रुपये प्रति किलो है। फुटकर बाजार में इस समय खुली चीनी का दाम 44-45 रुपये प्रति किलो है।धामपुर शगर मिल्स लिमिटेड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अभी ब्रांडेड चीनी की बिक्री कुल चीनी बिक्री में आधा फीसदी भी नहीं है। लेकिन भविष्य में इसकी मांग ज्यादा तेजी से बढ़ने की संभावना है। दिल्ली में प्रति माह करीब आठ लाख क्विंटल ब्रांडेड चीनी का कारोबार हो रहा है। खुली चीनी के मुकाबले पैंकिग में लागत करीब दो से तीन रुपया प्रति किलो ज्यादा आती है। इसके अलावा परिवहन लागत भी बढ़ जाती है। इसके अलावा अपने ब्रांड का लाभ लेने के लिए कंपनियां मार्जिन ज्यादा रखती है। इसके कारण पैकिंग चीनी के दाम खुली चीनी के मुकाबले पांच-छह रुपये प्रति किलो ज्यादा होते हैं। (बिसनेस भास्कर.....आर अस राणा)
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