08 जनवरी 2010
डॉलर गिरने से दिसंबर में सोया मील निर्यात 51 फीसदी गिरा
दिसंबर महीने में भारत से सोया खली के निर्यात में 51 फीसदी की कमी आई है। सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) के प्रवक्ता राजेश अग्रवाल ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग कमजोर होने और घरेलू मिलों द्वारा पेराई कम करने के कारण सोयाबीन खली के निर्यात में कमी आई है। रुपये के मुकाबले डॉलर कमजोर होने का असर भी सोया खली के निर्यात पर पड़ा है। दिसंबर महीने में देश से 324,088 लाख टन सोया खली का निर्यात हुआ जबकि पिछले साल दिसंबर में 665,304 टन निर्यात हुआ था।अग्रवाल ने बताया कि सीड के दाम ऊंचे होने के कारण मिलों के लिए पेराई फायदेमंद नहीं है है जबकि विदेशी बाजार में सोया खली के दाम भारत की तुलना में कम हैं। इस समय घरेलू मंडियों में सोयाबीन के दाम 2300 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं जबकि सोया खली के भाव कांडला बंदरगाह पर पहुंच 19,900 से 20,000 रुपये प्रति टन चल रहे हैं। चालू वित्त वर्ष में दिसंबर तक भारत से सोया खली के निर्यात में 52।3 फीसदी की कमी आकर कुल निर्यात मात्र 14,71,395 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल इस समय तक 30,85,559 टन का निर्यात हुआ था। कमजोर मांग को देखते हुए जनवरी में भी निर्यात कम रहने की संभावना है। (बिसनेस भास्कर)
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