नई दिल्ली March 07, 2009
गेहूं व चावल के बाद अब दाल के बाजार में भी मंदी का दौर शुरू हो गया है। दाल कारोबारी इसके लिए दाल की मांग में कमी व नयी फसल की आवक को जिम्मेदार मान रहे हैं।
सबसे अधिक मसूर दाल में 8-10 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट दर्ज की गयी है। चना दाल में 3 रुपये प्रति किलोग्राम, उड़द में 5 रुपये प्रति किलोग्राम तो मूंग दाल में 1-1.50 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट आयी है।
केवल अरहर की कीमत में मजबूती बरकरार है। अरहर दाल का आयात अधिक मात्रा में होता है और डॉलर के मुकाबले रुपये में आयी गिरावट के कारण अरहर की कीमत में कोई नरमी नहीं आयी है। कारोबारियों के मुताबिक मसूर दाल की नयी आवक शुरू होने से इसकी कीमत में 1000 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गयी है।
एक माह पहले तक 43 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिकने वाली साबूत मसूर दाल की कीमत 33-35 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गयी है। वहीं चने दाल की कीमत 24 रुपये से घटकर 21 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर आ गयी है। साबूत उड़द के भाव थोक मंडी में 25 रुपये प्रति किलोग्राम हो गये हैं जो कि पिछले एक माह के मुकाबले 5 रुपये प्रति किलोग्राम कम है।
40 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिकने वाली मूंग दाल की कीमत गिरावट के साथ 39-38.50 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गयी है। उड़द, मूंग काबली व अरहर दाल की आपूर्ति मुख्य रूप से आयात के जरिए होती है। एपीएमसी की रिपोर्ट के मुताबिक देश भर में अरहर दाल की औसत कीमत फिलहाल 36 रुपये प्रति किलोग्राम है जो पिछले हफ्ते के मुकाबले 2 रुपये प्रति किलोग्राम अधिक है।
कारोबारियों का कहना है कि मांग में कमी कीमतें गिर रही हैं। उनकी मानें तो हाल में एसोचैम व एग्रीवॉच की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में दाल की प्रति व्यक्ति खपत कम हो रही है। वर्ष 2010 तक दाल की औसतन प्रति व्यक्ति सालाना खपत 10 किलोग्राम के करीब हो जाएगी। सरकार भी बाजार में दाल की आपूर्ति में कमी न होने के लिए लगातार दाल का आयात कर रही है।
मंदी का साया
मसूर दाल में 8 से 10 रुपये प्रति किलोग्राम की हुई गिरावट केवल अरहर में मजबूतीदाल की खपत में कमी (BS Hindi)
07 मार्च 2009
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