30 जून 2012
बंपर स्टॉक होने से लाल मिर्च में तेजी की संभावना नहीं
गुंटूर मंडी में 70 लाख बोरी लाल मिर्च का भारी-भरकम स्टॉक
लाल मिर्च की प्रमुख उत्पादक मंडी गुंटूर में लाल मिर्च का करीब 70 लाख बोरी (एक बोरी-40 किलो) का स्टॉक बचा हुआ है जबकि निर्यातकों के साथ ही घरेलू मांग स्थिर बनी हुई है। इसीलिए लाल मिर्च की कीमतों में गिरावट चल रही है।
गुंटूर चिली मर्चेंट्स एसोसिएशन के सचिव अशोक कोठारी ने बताया कि गुंटूर में ही लाल मिर्च का करीब 70 लाख बोरी का स्टॉक हो चुका है तथा दैनिक बिकवाली 35 से 40 हजार बोरियों की बनी हुई है लेकिन बिकवाली की तुलना में मांग कमजोर है। गर्मियों की छुट्टियों के बाद मंडी खुलने के बाद से लाल मिर्च की कीमतों में करीब 250 से 300 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है।
निर्यातक फर्म अशोक एंड कंपनी के डायरेक्टर अशोक दत्तानी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय लाल मिर्च का दाम 2.87 डॉलर प्रति किलो है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका भाव 3.64 डॉलर प्रति किलो था। बांग्लादेश, इंडोनेशिया, मलेशिया और खाड़ी देशों के साथ-साथ यूरोप की मांग सीमित मात्रा में ही बनी हुई है।
भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार वित्त वर्ष 2011-12 के पहले दस महीनों अप्रैल से जनवरी के दौरान लाल मिर्च के निर्यात में 17 फीसदी की कमी आई है। इस दौरान 169,500 टन लाल मिर्च का ही निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 205,000 टन का निर्यात हुआ था।
लाल मिर्च के थोक कारोबारी मांगीलाल मूंदड़ा ने बताया कि कोल्ड स्टोर के मालों में तेजा क्वालिटी की लाल मिर्च के भाव 6,000 से 6,700 रुपये और 334 क्वालिटी की लाल मिर्च के भाव 5,000 से 5,500 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। फटकी क्वालिटी का भाव 2,000 से 2,5,00 रुपये प्रति क्विंटल है।
एनसीडीईएक्स पर जुलाई महीने के वायदा अनुबंध में 13 जून को लाल मिर्च का भाव 5,304 रुपये प्रति क्विंटल था जबकि बुधवार को घटकर 4,912 रुपये प्रति क्विंटल रह गया।
(Business Bhaskar.....R S Rana)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें