किसानों के लिए उम्मीद
मध्य प्रदेश व राजस्थान में प्याज के बंपर उत्पादन के कारण फिलहाल कीमतों में नरमी का रुख है लेकिन निर्यात में बढ़ोतरी से इसकी थोक कीमतों में तेजी आ सकती है। जिससे किसानों को अच्छी कीमत मिलने की संभावना है।
सरकार द्वारा प्याज के लिए लागू न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) हटाए जाने के बाद इसके निर्यात में बढ़ोतरी होने लगी है। निर्यात बढऩे से प्याज के दाम सुधरने की संभावना है। हालांकि बंपर उत्पादन के कारण अभी कीमतों में गिरावट ही आ रही है। कारोबारियों का कहना है कि एमईपी की बाध्यता नहीं रही तो प्याज का निर्यात और बढ़ेगा और घरेलू बाजार में इसके दाम सुधरने लगेंगे।
मध्य प्रदेश व राजस्थान में बंपर उत्पादन के कारण पिछले एक माह में प्याज के थोक मूल्य में 200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई है। आजादपुर मंडी समिति के चेयरमैन आर. के. शर्मा ने बताया कि इस समय प्याज का थोक भाव करीब 400-800 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर है। लेकिन निर्यात में बढ़ोतरी को देखते हुए भविष्य में प्याज के भाव सुधरने की उम्मीद है।
प्याज के दाम पुन: 200 रुपये प्रति क्विंटल तक तेज हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि पड़ोसी देशों के अलावा अन्य देशों को भी प्याज निर्यात तेजी से किया जा रहा है। सरकार ने प्याज निर्यात पर एमईपी की बाध्यता को 2 जुलाई तक के लिए हटाया है।
राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास संघ के मुताबिक मई माह में 1.71 लाख टन प्याज का निर्यात किया गया, जो अप्रैल के दौरान हुए 89 हजार टन निर्यात की तुलना में 91.5 फीसदी अधिक रहा है। पिछले साल मई में हुए निर्यात की तुलना में भी यह 16.78 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल मई के दौरान 1.46 लाख टन प्याज का निर्यात किया गया था।
प्रधान ट्रेडिंग कंपनी के प्रोपराइटर विजय यादव ने बताया कि मध्य प्रदेश व राजस्थान में प्याज के बंपर उत्पादन के कारण फिलहाल कीमतों में नरमी का रुख है लेकिन निर्यात में बढ़ोतरी से इसकी थोक कीमतों में तेजी आ सकती है। जिससे किसानों को अच्छी कीमत मिलने की संभावना है। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में भी उत्पादन बेहतर रहने की संभावना से कीमतों पर फिलहाल दबाव दर्ज किया जा रहा है।
अन्य थोक कारोबारी सोनू त्यागी ने बताया कि इन दिनों आजादपुर मंडी में प्याज की आवक 80-100 ट्रकों की दर्ज की जा रही है। उन्होंने कहा कि बंपर उत्पादन के कारण घरेलू बाजार में प्याज के भाव कम होने से भी निर्यात मांग बढ़ रही है। निर्यात मांग बढऩे से अगले महीने तक प्याज की कीमतों में 200 रुपये प्रति क्विंटल तक की तेजी आने की संभावना है। (Business Bhaskar)
मध्य प्रदेश व राजस्थान में प्याज के बंपर उत्पादन के कारण फिलहाल कीमतों में नरमी का रुख है लेकिन निर्यात में बढ़ोतरी से इसकी थोक कीमतों में तेजी आ सकती है। जिससे किसानों को अच्छी कीमत मिलने की संभावना है।
सरकार द्वारा प्याज के लिए लागू न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) हटाए जाने के बाद इसके निर्यात में बढ़ोतरी होने लगी है। निर्यात बढऩे से प्याज के दाम सुधरने की संभावना है। हालांकि बंपर उत्पादन के कारण अभी कीमतों में गिरावट ही आ रही है। कारोबारियों का कहना है कि एमईपी की बाध्यता नहीं रही तो प्याज का निर्यात और बढ़ेगा और घरेलू बाजार में इसके दाम सुधरने लगेंगे।
मध्य प्रदेश व राजस्थान में बंपर उत्पादन के कारण पिछले एक माह में प्याज के थोक मूल्य में 200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई है। आजादपुर मंडी समिति के चेयरमैन आर. के. शर्मा ने बताया कि इस समय प्याज का थोक भाव करीब 400-800 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर है। लेकिन निर्यात में बढ़ोतरी को देखते हुए भविष्य में प्याज के भाव सुधरने की उम्मीद है।
प्याज के दाम पुन: 200 रुपये प्रति क्विंटल तक तेज हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि पड़ोसी देशों के अलावा अन्य देशों को भी प्याज निर्यात तेजी से किया जा रहा है। सरकार ने प्याज निर्यात पर एमईपी की बाध्यता को 2 जुलाई तक के लिए हटाया है।
राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास संघ के मुताबिक मई माह में 1.71 लाख टन प्याज का निर्यात किया गया, जो अप्रैल के दौरान हुए 89 हजार टन निर्यात की तुलना में 91.5 फीसदी अधिक रहा है। पिछले साल मई में हुए निर्यात की तुलना में भी यह 16.78 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल मई के दौरान 1.46 लाख टन प्याज का निर्यात किया गया था।
प्रधान ट्रेडिंग कंपनी के प्रोपराइटर विजय यादव ने बताया कि मध्य प्रदेश व राजस्थान में प्याज के बंपर उत्पादन के कारण फिलहाल कीमतों में नरमी का रुख है लेकिन निर्यात में बढ़ोतरी से इसकी थोक कीमतों में तेजी आ सकती है। जिससे किसानों को अच्छी कीमत मिलने की संभावना है। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में भी उत्पादन बेहतर रहने की संभावना से कीमतों पर फिलहाल दबाव दर्ज किया जा रहा है।
अन्य थोक कारोबारी सोनू त्यागी ने बताया कि इन दिनों आजादपुर मंडी में प्याज की आवक 80-100 ट्रकों की दर्ज की जा रही है। उन्होंने कहा कि बंपर उत्पादन के कारण घरेलू बाजार में प्याज के भाव कम होने से भी निर्यात मांग बढ़ रही है। निर्यात मांग बढऩे से अगले महीने तक प्याज की कीमतों में 200 रुपये प्रति क्विंटल तक की तेजी आने की संभावना है। (Business Bhaskar)
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