08 जनवरी 2010
चीनी के बाद अब गुड़ की बारी...होगा महंगा
बंगलुरु : चीनी की रिकॉर्डतोड़ महंगाई के बाद अब गुड़ की मिठास भी महंगी पड़ने वाली है। दक्षिण भारत में पोंगल और उत्तर भारत में मकर संक्रांति के पकवानों में गुड़ का काफी इस्तेमाल होता है। इस वजह से इसकी कीमतों में तेजी की आशंका जताई जा रही है। गुड़ की कीमतें इस वक्त 37-38 रुपए प्रति किलो हैं। पोंगल और मकर संक्रांति पर मांग बढ़ने से इसकी कीमत 40 से 44 रुपए किलो तक पहुंचने के आसार हैं। महीने भर में आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में गुड़ की कीमत में 4-12 फीसदी का उछाल आ चुका है। कारोबारियों और एनालिस्टों का कहना है कि गुड़ उत्पादन के लिए गन्ने की उपलब्धता नहीं होने के चलते दक्षिणी राज्यों में उत्तर प्रदेश से इसकी सप्लाई हो रही है। दरअसल, कड़ाके की सर्दी की वजह से उत्तर प्रदेश की गुड़ और खांडसारी उत्पादन इकाइयों में कामकाज बंद है। अनकापल्ली गुड़ बाजार के एक कारोबारी ने ईटी को बताया, 'हमें लग रहा है कि आंध्र प्रदेश में गुड़ उत्पादन में गिरावट आएगी। इसमें करीब चार से पांच लाख भेली (एक भेली का वजन 15 किलो होता है) की कमी हो सकती है। पश्चिम बंगाल, रांची और बिहार से गुड़ की काफी मांग भी आ रही है।' आंध्र प्रदेश का अनकापल्ली दक्षिण भारत का सबसे बड़ा गुड़ बाजार है। साल 2008-09 में आंध्र प्रदेश में 28।5 लाख भेली गुड़ का उत्पादन हुआ था। सफेद या खास गुड़ की अनकापल्ली में कीमत करीब 320 से 325 रुपए प्रति 10 किलो चल रही है। इससे एक हफ्ते पहले इसकी बिक्री 300 से 308 रुपए प्रति 10 किलो की दर पर हो रही थी। काली वैराइटी वाले गुड़ की बिक्री इस वक्त 280 से 287 रुपए प्रति 10 किलो के भाव पर हो रही है। कर्नाटक के मंड्या बाजार में अच्छू (गुड़ के चौकोर टुकड़ों) की कीमत में पिछले एक हफ्ते में 4.6 फीसदी की तेजी आई है। अच्छू की कीमत 3,385 रुपए प्रति क्विंटल हो गई है जो 1 जनवरी को 3,235 रुपए प्रति क्विंटल थी। (ई टी हिन्दी)
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