08 जनवरी 2010
दालों के फुटकर मूल्य में गिरावट लेकिन थोक के मुकाबले कम
घरेलू बाजार में अरहर की नई फसल आने और दाल मिलों की मांग कमजोर होने से अन्य दालों की कीमतों में भी गिरावट शुरू हो गई है। जिसके कारण दलहन की ऊंची कीमतों की मार झेल रहे उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत भी मिली है। हालांकि थोक के बजाय अभी फुटकर में दाम कम घटे हैं लेकिन चालू महीने के आखिर तक फुटकर में इनकी मौजूदा कीमतों में अच्छी गिरावट की संभावना है। फुटकर बाजार में दालों की कीमतों में पिछले एक सप्ताह में दो से चार रुपये प्रति किलो की गिरावट आई है। जबकि थोक में कीमतें 22 फीसदी तक घटी हैं।महाराष्ट्र के गुलबर्गा की ग्लोबल दाल इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर चंद्रशेखर एस. नादर ने बताया कि कर्नाटक, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में नई अरहर की आवक बढ़ने से इसके भावों में करीब 1000 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है। उत्पादक मंडियों में इसके दाम घटकर 4300 रुपये प्रति क्विंटल रह गए जबकि आयातित लेमन अरहर के भाव भी घटकर 4200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। म्यांमार के निर्यातकों ने दिसंबर में लेमन अरहर के भाव बढ़ाकर 1300 डॉलर प्रति टन कर दिए थे। चालू सप्ताह में म्यांमार के निर्यातकों ने फरवरी-मार्च शिपमेंट के सौदे 900 डॉलर प्रति टन में बोलने शुरू कर दिए हैं लेकिन घरेलू फसल को देखते हुए आयातक नए सौदे नहीं कर रहे हैं। इसलिए आगामी दिनों में इसमें और भी 100-150 डॉलर प्रति टन की गिरावट आने की आशंका है। इस दौरान आयातित उड़द की कीमतों में भी करीब 1200 रुपये की गिरावट आकर भाव 4200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं। घरेलू बाजार में भी देसी उड़द के भाव घटकर 4300 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। म्यांमार में अरहर की नई फसल की आवक चालू महीने के आखिर और उड़द की फरवरी-मार्च में आएगी।दलहन आयातक संतोष उपाध्याय ने बताया कि आस्ट्रेलियाई चने के भाव मुंबई में पहुंच 2500 रुपये से घटकर 2250-2300 रुपये और मूंग पेड़ी सेवा के भाव 6200 रुपये से घटकर 6000 रुपये और कनाडा की मसूर के भाव 4200 रुपये से घटकर 3700 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इन भावों में भी दाल मिलों की मांग कमजोर बनी हुई है। जिससे मौजूदा कीमतों में और भी गिरावट की संभावना है। फुटकर बाजार में गुरुवार को अरहर दाल के दाम 91 रुपये से घटकर 89 रुपये, चना दाल के 40 रुपये से घटकर 38 रुपये, उड़द दाल के 77 रुपये से घटकर 75 रुपये और मसूर दाल के 68 रुपये से घटकर 64 रुपये प्रति किलो रह गए। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू फसल सीजन में देश में अरहर का उत्पादन बढ़कर 24.7 लाख टन होने का अनुमान है जबकि चालू रबी सीजन में दलहन की बुवाई बढ़कर 125.60 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है। पिछले साल इस समय तक 120.84 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। (बिसनेस भास्कर.......आर अस राणा)
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