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05 जनवरी 2010

आभूषण कारोबारियों के लिए उम्मीद की किरण

मुंबई January 04, 2010
हाल ही में खत्म हुए क्रिसमस और नए साल में भारत के हीरों के आभूषण का कारोबार करने वाले कारोबारियों के लिए उम्मीद जगा दी है।
उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिन निर्यात के लिए बेहतर साबित होंगे और खुदरा मांग बढ़ेगी। बढ़ती मांग को देखते हुए लगता है कि खरीदारी में अभी भी आभूषण आकर्षक बने हुए हैं। खुशनुमा छुट्टियां बिताने, महंगे मकान और मोबाइल सहित अन्य महंगी वस्तुओं की तुलना में आभूषण ज्यादा आकर्षित करने वाले हैं।
खरीदारी के इन दो त्योहारों के अवसर पर खुदरा आभूषणों की बिक्री में 3-4 प्रतिशत की मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई। जेम्स ऐंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के वाइस चेयरमैन राजू जैन ने कहा कि यह सीजन ठीक-ठाक रहा।
अमेरिका में आभूषणों के खुदरा कारोबार में मामूली बढ़ोतरी भी इसलिए महत्वपूर्ण है कि विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के मंदी का शिकार होने के बाद अन्य विकसित देशों और उभरते बाजारों से भरपाई नहीं की जा सकती। क्रिसमस और नए साल के अवसर पर अमेरिका में आभूषणों की कुल सालाना बिक्री 100 अरब डॉलर की एक चौथाई बिक्री होती है।
अमेरिका में खुदरा आभूषण बिक्री के कारोबार में भारत का योगदान करीब 34 प्रतिशत है। अमेरिका में आर्थिक सुधार से भारत के हीरा प्रसंस्करणकर्ताओं को नई उम्मीद मिली है। क्रिसमस और नए साल के चलते इनके कारोबार में पिछले सत्र के दौरान 25-30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
भारतीय आभूषण कारोबारियों के लिए यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि अमेरिका में सीधी बिक्री में 30 प्रतिशत और परोक्ष बिक्री 50 प्रतिशत भूमिका भारत की होती है। भारत के कारोबारी मंदी के चलते अन्य बाजारों की ओर भी नजर दौड़ाने लगे थे। इसमें स्थानीय बाजार और तेजी से उभर रहे चीन के बाजार शामिल हैं। लेकिन अमेरिका में हुए नुकसान की भरपाई नहीं हो रही है।
डॉयमंड इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन प्रवीण शंकर पंडया के मुताबिक भारत के कारोबारी फिर अमेरिकी बाजार का रुख करने लगे हैं। नवंबर और दिसंबर सत्र में अमेरिका में आभूषणों की बिक्री में 5.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, वहीं लग्जरी रिटेल की बिक्री में 0.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। खुदरा कारोबार 1 नवंबर और 24 दिसंबर के बीच पिछले साल की तुलना में 3.6 प्रतिशत बढ़ा है।
ऑनलाइन शापिंग के चलते खुदरा कारोबार में तेजी आई है, जो 15.5 प्रतिशत बढ़ा है। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक खरीद में 5.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। गीतांजलि जेम्स के प्रबंध निदेशक मेहुल चोकसी ने कहा, 'इस सीजन में कारोबार ठीक रहा, न कि उम्मीद से बेहतर। 2008 की गिरावट के बाद उम्मीद थी कि 2009 की छुट्टियों में इसकी भरपाई हो जाएगी। अमेरिका में आभूषणों की बिक्री इस साल इलाकाई ज्यादा रही।'
चौक्सी ने कहा कि लोग 31 दिसंबर और 1 जनवरी को खरीदारी करने कम ही निकले, लेकिन उनके उत्साह को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि जनवरी में बिक्री अच्छी रहेगी। पिछले साल भारत से अमेरिका को नव वर्ष और क्रिसमस पर किए जाने वाले निर्यात में पिछले साल मंदी के चलते 20 प्रतिशत की गिरावट आई थी। निर्यात में 20 प्रतिशत की गिरावट के चलते अक्टूबर 2008 के बाद से विनिर्माण में 40 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी। (बीएस हिन्दी)

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