24 अगस्त 2012
सितंबर में होगा 10 लाख टन सरकारी गेहूं का आवंटन
आर. एस. राणा नई दिल्ली
सरकारी गेहूं सस्ता - गेहूं की कीमतों में आई तेजी रोकने के लिए सितंबर महीने में ओएमएसएस के तहत 10 लाख टन गेहूं आवंटन की योजना है। गेहूं की बिक्री एमएसपी 1,285 रुपये प्रति क्विंटल में 50 फीसदी परिवहन लागत जोड़कर की जाएगी।
खुले बाजार में 1,600 रुपये प्रति क्विंटल की ऊंचाई पर पहुंचा गेहूं
गेहूं की कीमतों में तेजी पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार सितंबर महीने में खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत 10 लाख टन गेहूं का आवंटन करेगी। फ्लोर मिलों को इसकी बिक्री न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 50 फीसदी परिवहन लागत जोड़कर तय किए मूल्य पर करने की योजना है। दिल्ली के खुले बाजारों में गेहूं के दाम बढ़कर 1,600 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिजनेस भास्कर को बताया कि गेहूं की कीमतों में आई तेजी रोकने के लिए सितंबर महीने में ओएमएसएस के तहत 10 लाख टन गेहूं आवंटन की योजना है। ओएमएसएस के तहत गेहूं की बिक्री एमएसपी 1,285 रुपये प्रति क्विंटल में 50 फीसदी परिवहन लागत जोड़कर करने की योजना है।
ऐसे में दिल्ली की फ्लोर मिलों को निविदा भरने का न्यूनतम भाव करीब 1,307 रुपये प्रति क्विंटल होगा। जबकि इस समय बाजार में गेहूं के दाम बढ़कर 1,600 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं तथा महीने भर में ही इसकी कीमतों में 400 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है।
उन्होंने बताया कि सरकार ने 19 जून को देशभर की फ्लोर मिलों को ओएमएसएस के तहत 30 लाख टन गेहूं बेचने का फैसला किया था। इसके तहत 13 लाख टन गेहूं का आवंटन किया जा चुका है।
जिसमें से 2.65 लाख टन गेहूं बचा हुआ है। उन्होंने बताया कि 13 लाख टन गेहूं की बिक्री जून से सितंबर के दौरान 1,170 रुपये प्रति क्विंटल की दर करने की योजना थी लेकिन जुलाई के आखिरी सप्ताह में बिक्री रोक दी गई थी। हालांकि इसमें बचे हुए 2.65 लाख टन गेहूं की बिक्री 1,285 रुपये प्रति क्विंटल की दर से करने के आर्डर जारी किए जा चुके हैं।
चालू सीजन में फ्लोर मिलों ने गेहूं का स्टॉक सीमित मात्रा में किया था जबकि कुल उत्पादन का लगभग 40 फीसदी गेहूं सरकारी एजेंसियों ने खरीद लिया। रबी विपणन सीजन 2012-13 में सरकारी एजेंसियों ने 380.23 लाख टन गेहूं की खरीद की है जो पिछले साल के 304.51 लाख टन से ज्यादा है।
उत्तर प्रदेश को छोड़ अन्य प्रमुख उत्पादक राज्यों पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश में गेहूं का स्टॉक कम होने के कारण तेजी को बल मिला है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में गेहूं की कीमतों में आई तेजी से ओपन जनरल लाइसेंस (ओजीएल) में निर्यात पड़ते अच्छे होने के कारण निर्यातकों की खरीद भी बराबर बनी हुई है।
केंद्रीय पूल में पहली अगस्त को 475.26 लाख टन गेहूं का बंपर स्टॉक मौजूद है जो तय मानकों बफर स्टॉक के मुकाबले ज्यादा है। कृषि मंत्रालय के चौथे आरंभिक अनुमान के अनुसार रबी 2011-12 में देश में गेहूं की रिकॉर्ड 939 लाख टन का उत्पादन होने का अनुमान है। (Business Bhaskar.....R S Rana)
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