23 अगस्त 2012
धान उत्पादक किसानों को बोनस देने की तैयारी
पंजाब व हरियाणा में धान उत्पादक किसानों को मिलेगी राहत
चालू खरीफ में मानसूनी वर्षा कम होने से पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के धान उत्पादक किसानों की लागत में बढ़ोतरी हुई है इसलिए केंद्र सरकार इन राज्यों के धान किसानों को बोनस के रूप में राहत देने की योजना बना रही है। कृषि मंत्री शरद पवार ने बुधवार को यहां पत्रकारों को बताया कि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में मानसूनी वर्षा कम होने से किसानों की लागत में बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने कहा कि बारिश कम होने के बावजूद पंजाब और हरियाणा में धान की फसल बेहतर है। महाराष्ट्र में गन्ने की फसल को नुकसान जरूर हुआ है लेकिन उत्तर प्रदेश में गन्ने की फसल ज्यादा होने का अनुमान है। ऐसे में महाराष्ट्र में हुए नुकसान की भरपाई उत्तर प्रदेश में हो जाएगी। उन्होंने कहा कि कपास की फसल सभी उत्पादक राज्यों में अच्छी है।
पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान नेताओं ने बुधवार को केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार से मिलकर धान किसानों को राहत देने की मांग की। भारतीय किसान यूनियन पंजाब के अध्यक्ष अजमेर सिंह लखोवाल ने बिजनेस भास्कर को बताया कि मानसून की बेरुखी से धान किसानों की लागत में भारी बढ़ोतरी हुई है इसकी भरपाई के लिए कृषि मंत्री ने आश्वासन दिया है।
उन्होंने बताया कि पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों को केंद्र सरकार धान की खरीद पर बोनस देने की योजना बना रही है। खरीफ विपणन सीजन के लिए केंद्र सरकार ए-ग्रेड धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1,250 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। किसान नेताओं ने कृषि मंत्री से मांग की कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) किसान की लागत में हुई बढ़ोतरी के आधार पर तय करें।
(Business Bhaskar......R S Rana)
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