30 अगस्त 2012
और चढऩे लगीं चीनी की कीमतें
महाराष्ट्र और कर्नाटक में बारिश की कमी से काफी गन्ना सूख चुका है, जो मवेशियों के चारे में इस्तेमाल हो रहा है। ऐसे में रिकॉर्ड बुआई के बावजूद अगले चीनी वर्ष में उत्पादन घटने का खटका है। इससे चीनी के दाम चढऩे लगे हैं।
बारिश में कमी के कारण पिछले महीने ही चीनी चढ़ गई थी, लेकिन सरकार ने उसके कान उमेठ दिए थे। कारोबारियों के मुताबिक सितंबर के अंत में त्योहारों के लिए चीनी की खरीद होने लगेगी, जिससे उसकी कीमत बढ़ सकती है। कमोडिटीइनसाइटडॉटकॉम के वरिष्ठ जिंस विश्लेषक प्रशांत कपूर कहते हैं कि महाराष्ट्र में सूखा गन्ना भी 2,500 से 3,000 रुपये प्रति टन बिक रहा है और 2.5 करोड़ टन गन्ना चारे में जा सकता है। इसलिए वहां चीन उत्पादन घटना तय है। कर्नाटक में सूखे के कारण चीनी का उत्पादन कम होगा, इसलिए इसकी कीमतें बढ़ सकती हैं।
चीनी विक्रेता कंपनी एसएनबी एंटरप्राइजेज के सुधीर भालोटिया ने बताया कि 30 लाख टन चीनी का बफर स्टॉक होने की खबर है और अगले चीनी वर्ष में भी उत्पादन 260 लाख टन से घटकर 235 लाख टन रह सकता है। खाद्य मंत्री के वी थॉमस भी ऐसी आशंका जता चुके हैं। इसलिए पिछले दो दिन में उत्तर प्रदेश में चीनी का एक्स फैक्टरी भाव 50-60 रुपये बढ़कर 3,450 से 3,530 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। दिल्ली पहुंच भाव भी चढ़कर 3,600 से 3,650 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गया है। महाराष्ट्र में भी चीनी तेज होकर 3,300 से 3,375 रुपये प्रति क्विंटल बिक रही है। इंडियाबुल्स के सह उपाध्यक्ष (शोध) बदरुद्दीन कहते हैं कि त्योहारी खरीद शुरू होने से चीनी के दाम आगे बढ़ सकते हैं। (BS Hindi)
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