07 जनवरी 2010
दिसंबर में मौसम की खराबी से रबर उत्पादन गिरा
मौसम खराब रहने के कारण भारत का नेचुरल रबर उत्पादन दिसंबर के दौरान 2.2 फीसदी कम रहा। हालांकि आर्थिक हालात सुधरने से टायर उद्योग की मांग बढ़ने के कारण इस दौरान रबर की खपत बढ़ गई। रबर बोर्ड के एक अधिकारी के मुताबिक दिसंबर में भारत में 98 हजार टन रबर का उत्पादन हुआ जबकि अप्रैल से दिसंबर के दौरान कुल उत्पादन पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले सात फीसदी गिरकर 628,900 टन रह गया। बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि दूसरी ओर रबर की खपत 16.4 फीसदी बढ़कर 79,500 टन हो गई। इस दौरान रबर का आयात 43 फीसदी बढ़कर 4,890 टन हो गया। दूसरी ओर रबर निर्यात 65 फीसदी गिरकर 1,090 टन रहा। भारत में कुल उत्पादित नेचुरल रबर में से 60 फीसदी की खपत टायर उद्योग में होती है। दिसंबर में ज्यादातर कार और दुपहिया वाहन निर्माताओं ने दिसंबर में बिक्री बढ़ने की रिपोर्ट दी है। उधर भारत के प्रमुख उत्पादक राज्य केरल में असामान्य रूप से ज्यादा सर्दी पड़ने के कारण रबर प्लांटेशन का काम धीमा पड़ गया है। अधिकारी के मुताबिक पेड़ पुराने पड जाने के कारण उत्पादन में गिरावट आई है। पिछले कुछ वर्षो के दौरान रबर के ऊंचे दाम होने के कारण उत्पादक पुराने पेड़ हटाकर नए पेड़ लगाने में ज्यादा रुचि नहीं ले रहे हैं। नए प्लांट लगने के बाद उनमें रबर उत्पादन शुरू होने में छह-सात साल का समय लगता है। इतने समय बाद रबर के दाम को लेकर उत्पादक निश्चित नहीं है। यही वजह है कि ऊंचे दाम पर वे मौजूदा पेड़ों से उत्पादन लेने की कोशिश करते हैं। (बिसनेस भास्कर)
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