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07 अक्टूबर 2018

बासमती चावल के निर्यात में हुई बढ़ोतरी, गैर-बासमती का घटा

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2018-19 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान बासमती चावल के निर्यात में बढ़ोतरी हुई है, जबकि गैर-बासमती चावल के निर्यात में इस दौरान कमी आई है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से अगस्त के दौरान बासमती चावल का निर्यात बढ़कर 18,54,193 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2017-18 की समान अवधि में इसका निर्यात 18,47,607 टन का ही हुआ था। गैर-बासमती चावल का निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में घटकर 31,74,764 टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 34,08,545 टन का हुआ था।
मूल्य के हिसाब से बासमती और गैर-बासमती चावल का निर्यात ज्यादा
मूल्य के हिसाब से चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में बासमती चावल का निर्यात 13,629 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष के अप्रैल से अगस्त के दौरान 11,951 करोड़ रुपये मूल्य का ही निर्यात हुआ था। गैर-बासमती चावल का निर्यात चालू वित्त वर्ष 2018-19 के अप्रैल से अगस्त के दौरान 8,906 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में मूल्य के हिसाब से 8,894 करोड़ रुपये का ही निर्यात हुआ था।
मध्य नवंबर से निर्यात सौदों में तेजी की उम्मीद
चावल की निर्यातक फर्म केआरबीएल लिमिटेड के चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल कुमार मित्तल ने बताया कि जुलाई-अगस्त में निर्यात सौदे ज्यादा हुए थे, लेकिन नई फसल को देखते हुए इस समय निर्यात सौदे कम हो रहे हैं। उत्पादक मंडियों में पूसा 1,509 बासमती धान की आवक शुरू हो गई है, तथा नवंबर में 1,121 बासमती धान की आवक चालू हो जायेगी। उसके बाद निर्यात सौदों में तेजी आने का अनुमान है।
उन्होंने कहा कि पूसा बासमती चावल 1,121 सेला के सौदे 1,100 डॉलर प्रति टन की दर से हुए थे, जबकि नई फसल के निर्यात सौदे मध्य नवंबर में शुरू हो जायेंगे। चालू वित्त वर्ष में कुल निर्यात पिछले साल के लगभग 40 लाख टन के करीब ही होने का अनुमान है।
बढ़ने लगी है धान की आवक
कैथल के धान कारोबारी रामनिवाश खुरानियां ने बताया कि सोमवार को मंडी में 20 हजार बोरी पूसा बासमती धान 1,509 की आवक हुई तथा इसके भाव 2,350 से 2,400 रुपये प्रति क्विंटल रहे। उन्होंने बताया कि मंडी में परमल धान की आवक करीब 30,000 बोरी की हुई। उत्पादक क्षेत्रों में मौसम साफ है इसलिए आगे धान की दैनिक आवक और बढ़ेगी।
रिकार्ड पैदावार का अनुमान
कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार खरीफ सीजन 2018-19 में चावल का रिकार्ड उत्पादन 992.4 लाख टन होने का अनुमान है जबकि फसल सीजन 2017-18 में खरीफ में चावल का उत्पादन 975 लाख टन का हुआ था।.............. आर एस राणा

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