आर एस राणा
नई
दिल्ली। चीन ने भारत से गैर-बासमती चावल के आयात के लिए पांच और चावल
मिलों को मंजूरी दे दी है जिससे अब 24 चावल मिलें चीन को निर्यात कर
सकेंगी। चीन को 100 टन गैर-बासमती चावल की पहले खेप सितंबर में महाराष्ट्र
के नागपुर से भेजी जा चुकी है।
19 चावल मिलों को पहले ही मिल चुकी थी मंजूरी
वाणिज्य
एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार गैर-बासमती चावल के निर्यात को बढ़ावा देने
के लिए चालू वर्ष के मई में भारत से एक प्रतिनिधिमंडल चीन गया था, उस समय
चीन ने 19 चावल मिलों को गैर—बासमती चावल के आयात को मंजूरी दी थी।
पहले केवल बासमती चावल का करता था आयात
इससे
पहले चीन ने भारत से केवल बासमती चावल की खरीद को ही मंजूरी दी हुई थी
लेकिन दोनों देशों ने जून में फाइटो-सैनिटरी से संबंधित प्रोटोकॉल पर करार
किया था। यह प्रोटोकॉल भारत से चीन को गैर बासमती चावल का निर्यात करने के
लिए आवश्यक है।
चीन के कानूनों एवं प्रावधानों का पालन करना अनिवार्य
प्रोटोकॉल
के तहत भारत से जाने वाली खेप को चीन के कानूनों एवं प्रावधानों का पालन
करना होगा। भारत को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि चीन को चावल निर्यात करने
वाली प्रसंस्करण एवं भंडारण इकाइयां ट्रोगोडर्मा ग्रैनेरियम और
प्रोस्टेफानुस ट्रंकेटस जैसी कीटनाशक दवाओं तथा जीवित कीटों से मुक्त हों।
मात्रा के हिसाब से गैर-बासमती चावल के निर्यात में आई कमी
एपीडा
के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2018-19 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त
के दौरान भारत से गैर-बासमती चावल का 31.74 लाख टन का निर्यात हुआ है जोकि
पिछले वित्त वर्ष 2017-18 के 34.08 लाख टन से कम है।
मूल्य के हिसाब से निर्यात बढ़ा
वाणिज्य
एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार मूल्य के हिसाब से चालू वित्त वर्ष 2018-19
के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान गैर-बासमती चावल का निर्यात
बढ़कर 8,906 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष 2017-18 की
समान अवधि में 8,894 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ था।...... आर एस राणा
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