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19 अक्टूबर 2018

सितंबर में खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात 2 फीसदी घटा, घरेलू तिलहनों की आवक बढ़ी

आर एस राणा
नई दिल्ली। रुपये के मुकबाले डॉलर की कीमतों में आई तेजी के साथ ही घरेलू मंडियों में खरीफ तिलहनों की आवक बढ़ने से सितंबर में खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में 2 फीसदी की गिरावट आकर कुल आयात 14,91,174 टन का ही हुआ है। चालू तेल वर्ष (नवंबर-17 से अक्टूबर-18) के पहले 11 महीनों नवंबर से सितंबर के दौरान खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में 3.5 फीसदी की गिरावट आई है।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया (एसईए) के अनुसार रुपये के मुकाबले डॉलर महंगा बना हुआ है, जबकि अगस्त में इनके आयात में बढ़ोतरी हुई थी। घरेलू मंडियों में खरीफ तिलहनों सोयाबीन और मूंगफली की दैनिक आवक बढ़ रही है इसीलिए सितंबर में खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में कमी दर्ज की गई।
सितंबर में खाद्य तेलों का आयात कम, अखाद्य तेलों का ज्यादा
एसईए के अनुसार सितंबर में खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात घटकर 14,91,174 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल सितंबर में इनका आयात 15,19,277 टन का हुआ था। सितंबर में खाद्य तेलों के आयात में तो कमी आई है, लेकिन अखाद्य तेलों का आयात इस दौरान बढ़ा है।
नवंबर से अक्टूबर के दौरान आयात घटा
चालू तेल वर्ष (नवंबर-17 से अक्टूबर-18) के पहले 11 महीनों नवंबर से सितंबर के दौरान खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात घटकर 137,69,847 टन का ही हुआ है जबकि पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में इनका आयात 142,72,845 टन का हुआ था।
आयातित खाद्य तेलों के भाव घटे
रुपये के मुकाबले डॉलर महंगा होने के बावजूद भी विश्व बाजार में खाद्य तेलों की उपलब्धता ज्यादा होने से कीमतों में आई गिरावट के कारण घरेलू बाजार में भी आयातित खाद्य तेलों के भाव घटे हैं। सितंबर में आरबीडी पॉमोलीन का भाव भारतीय बंदरगाह पर घटकर 575 डॉलर प्रति टन रह गया, जबकि पिछले साल सितंबर में इसका औसत भाव 729 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से क्रुड पॉम तेल का भाव पिछले साल सितंबर के 730 डॉलर की तुलना में घटकर 551 डॉलर प्रति टन ही रह गए। सोयाबीन क्रुड तेल के औसत भाव सितंबर में घटकर 689 डॉलर प्रति टन रह गए जबकि पिछले साल सितंबर में इसके भाव 836 डॉलर प्रति टन थे।.............. आर एस राणा

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