आर एस राणा
नई
दिल्ली। खेती से प्राप्त आय किसानों की आजीविका का मुख्य साधन है, इसलिए
केंद्र सरकार खेती की लागत में कमी लाने के साथ ही किसानों की आय बढ़ाने पर
जोर दे रही है।
केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने शुक्रवार
को लखनऊ में आयोजित कृषि कुम्भ के उद्घाटन समारोह में कहा कि किसानों की
आय दोगुनी करने के लिए कृषि बजट में 74.5 फीसदी की बढ़ोतरी की गई। वर्ष
2009-2014 के लिए कृषि बजट 1,21,082 करोड़ रुपये जारी किया गया था जिसे
वर्ष 2014-19 के दौरान बढ़ाकर 2,11,696 करोड़ रुपये किया गया।
स्वाइल हेल्थ कार्ड से मिल रहा है फायदा
उन्होंने
कहा कि स्वाइल हेल्थ कार्ड से किसानों को यह तय करने में आसानी होती है कि
उनकी जमीन कौन सी फसल के लिए उपयुक्त रहेगी व कौन सा उर्वरक कितनी मात्रा
में खेत में डालना जरूरी है, इससे धन की तो बचत होती ही है साथ ही फसल की
उत्पादकता भी बढ़ती है।
जैविक खेती को बढ़ावा
उन्होंने
कहा कि देश में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए परम्परागत कृषि विकास
योजना (पीकेवीवाई) को लागू किया गया है। जैविक खेती से किसानों की आय में
बढ़ोतरी हुई है, तथा देश के पूर्वोत्तर राज्यों में जैविक खेती की संभावना
को देखते हुए मिशन जैविक खेती आरंभ की गई है।
फसलों के एमएसपी में भारी बढ़ोतरी
कृषि
मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) से मंडियों को जोड़ा गया
है। ई-नाम पोर्टल द्वारा इलैक्ट्रोनिक रुप से मंड़ियों में कामकाज शुरू
होने से किसानों को फसलें बेचने के लिए उचित मूल्य मिलने में आसानी होती
है। उन्होंने कहा कि किसानों की आय में बढ़ोतरी करने के लिए केंद्र सरकार
ने खरीफ और रबी विपणन सीजन 2018-19 के लिए फसलों के एमएसपी में भारी
बढ़ोतरी की है।
पीएमएफबीवाई से किसानों को फायदा
उन्होंने
कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) से किसानों को जोखिम से
बचने में मदद मिल रही है, तथा न्यूनतम प्रीमियम पर फसलों का बीमा किया जा
रहा है। पीएमएफबीवाई में ऋणी किसान के अलावा गैर-ऋणी किसानों को भी शामिल
किया जा रहा है।....... आर एस राणा
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