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14 अक्तूबर 2018

कपास की पैदावार 17 लाख गांठ कम होने का अनुमान, कई राज्यों में बारिश सामान्य से कम

आर एस राणा
नई दिल्ली। देश के कई प्रमुख कपास उत्पादक राज्यों में बारिश सामान्य से कम होने का असर इसके उत्पादन पर पड़ने की आशंका है। उद्योग के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू खरीफ में कपास का उत्पादन घटकर 348 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलोग्राम) ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 365 लाख गांठ का उत्पादन हुआ था।
कॉटन एसोसिएशन आफ इंडिया (सीएआई) के अध्यक्ष अतुल एस. गणात्रा के अनुसार प्रमुख उत्पादक राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश में बारिश सामान्य से कम हुई है जिसका असर कपास की उत्पादकता पर पड़ा है। उन्होंने बताया कि चालू खरीफ में प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में कपास की पैदावार पिछले साल की तुलना में 15 गांठ घटकर, 90 लाख गांठ का ही उत्पादन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल राज्य में 105 लाख गांठ का उत्पादन हुआ था। इसी तरह से महाराष्ट्र में कपास के उत्पादन में 2 लाख गांठ की कमी आकर कुल उत्पादन 81 लाख गांठ ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल राज्य में 83 लाख गांठ कपास का उत्पादन हुआ था।
आगे इस अनुमान में घटबढ़ होने की संभावना
उन्होंने बताया कि आंध्रप्रदेश में भी चालू खरीफ में कपास की पैदावार में 2.50 लाख गांठ की कमी आकर कुल उत्पादन 16 लाख गांठ का ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल राज्य में 18.50 लाख गांठ का उत्पादन हुआ था। उन्होंने बताया कि यह आरंभिक अनुमान है इसलिए आगे इसमें घटबढ़ होने का अनुमान है।
उत्तर भारत में बढ़ने का अनुमान, मध्य और दक्षिण में कम
सीआईए के अनुसार उत्तर भारत के राज्यों में कपास का उत्पादन पिछले साल के 56 लाख गांठ से बढ़कर 58 लाख गांठ होने का अनुमान है लेकिन मध्य भारत के राज्यों में पिछले साल के 209.50 लाख गांठ से घटकर 195 लाख गांठ ही होने का अनुमान है। दक्षिण भारत के राज्यों में भी कपास का उत्पादन 94 लाख गांठ ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इन राज्यों में 94.50 लाख गांठ कपास का उत्पादन हुआ था। अन्य राज्यों में पांच लाख गांठ का उत्पादन होने का अनुमान है।
एमएसपी से नीचे भाव आये तो सीसीआई खरीद के लिए तैयार
कॉटन कार्पोरेशन आॅफ इंडिया (सीसीआई) की चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. पी अल्ली रानी ने बताया कि कपास के भाव उत्पादक मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे आते हैं, तो निगम ने खरीद की पूरी तैयारी कर रखी है। उन्होंने बताया कि हमने किसानों के साथ ही उद्योग के लिए मोबाईल ऐप कॉट-अली शुरू किया है जिसमें कोई भी सुझाव या फिर शिकायत दर्ज करा सकता है।
उत्पादक मंडिया में 40 हजार गांठ की हो रही है दैनिक आवक
नार्थ इंडिया कॉटन एसोसिएशन आॅफ इंडिया के अध्यक्ष राकेश राठी ने बताया कि उत्पादक मंडियों में कपास की दैनिक आवक 40,000 गांठ के करीब हो रही है तथा मंडियों में कपास के भाव 5,100 से 5,200 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे है। अहमदाबाद में नई शंकर-6 किस्म की पास का भाव सोमवार को 45,700 रुपये प्रति कैंडी (एक कैंडी-356 किलो) रहा।
विश्व बाजार में कपास के दाम घटे
उन्होंने बताया कि न्यूयार्क में कपास के दिसंबर वायदा का भाव 76.3 सेंट प्रति पाउंड रह गया, जोकि उपर से करीब 14 सेंट तक घट चुका है। उन्होंने बताया कि विश्व बाजार में कपास की कीमतों में अब ज्यादा मंदे की उम्मीद नहीं है तथा आगे इसके भाव में सुधार आ सकता है। भारत से इस समय बंगलादेश जे-34 किस्म की कपास की खरीद कर रहा है, तथा आगे अन्य देशों की आयात मांग भी निकलने की उम्मीद है। रुपये की तुलना में डॉलर मंहगा बना रहा तो, आगे निर्यात पड़ते अच्छे लगेंगे। नए सीजन की कपास के करीब 7 से 8 लाख गांठ के निर्यात सौदे हो चुके हैं।............  आर एस राणा

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