आर एस राणा
नई
दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार चालू खरीफ में मानसूनी
बारिश सामान्य से 9 फीसदी कम होने के साथ ही मानसून की विदाई हो गई। देश के
31 फीसदी हिस्से में जहां कम बारिश हुई, वहीं इस दौरान 69 फीसदी हिस्से
में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है।
आईएमडी के अनुसार सबसे
ज्यादा कम बारिश लक्ष्यद्वीप में 45 फीसदी, रायलसीमा में 37 फीसदी,
सौराष्ट्र और कच्च में 34 फीसदी तथा अरूणाचल प्रदेश में 32 फीसदी बारिश कम
हुई है। आईएमडी के महानिदेशक केजे रमेश के अनुसार किसानों ने खेतों में नमी
के हिसाब से फसलों की बुवाई की है, पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में जहां
सामान्य से 20 फीसदी से भी कम बारिश हुई है, वहां फसलों की अच्छी बुवाई यह
बताती है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष दीर्घावधि औसत के हिसाब से देश में कुल
91 प्रतिशत बारिश हुई, जोकि सामान्य से कम है।
पूर्वोत्तर भारत में 24 फसीदी कम बारिश
चालू
खरीफ में देशभर में मानसून के सीजन के दौरान पूर्वोत्तर के राज्यों में
887.5 मिलीमीटर की सामान्य बारिश के मुकाबले 804 मिलीमीटर ही हुई।
पूर्वोत्तर भारत में सामान्य के मुकाबले 24 फीसदी बारिश कम हुई है। अरुणाचल
प्रदेश में चालू सीजन के दौरान बारिश में 32 फीसदी की कमी दर्ज की गई जबकि
असम और मेघालय में इस दौरान 26 फीसदी कम बारिश हुई। झारखंड में मानसूनी
बारशि 28 फीसदी कम, बिहार में 25 फीसदी कम और पश्चिम बंगाल में 20 फीसदी कम
बारिश दर्ज की गई।
पश्चिमी उत्तर भारत में 2 फीसदी कम
पश्चिमी
उत्तर भारत में इस बार मानसूनी बारिश सामान्य के मुकाबले 7 फीसदी कम हुई।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में चालू खरीफ में सामान्य के मुकाबले 16 फीसदी कम,
पश्चिमी राजस्थान में 23 फीसदी कम, हिमाचल प्रदेश में 11 फीसदी कम बारिश
हुई है। उधर जम्मू-कश्मीर में जरुर सामान्य से 12 फीसदी ज्यादा हुई ।
हरियाणा और दिल्ली में सामान्य से 9 फीसदी कम होने के साथ ही उत्तराखंड में
सामान्य से 3 फीसदी कम हुई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामान्य से एक
फीसदी ज्यादा बारिश हुई है जबकि पूर्वी राजस्थान में सामान्य से 3 फीसदी
ज्यादा हुई है।
मध्य भारत में सामान्य से 7 फीसदी कम
मध्य
प्रदेश के सौराष्ट्र और कच्छ में मानसूनी बारशि सामान्य से 34 फीसदी कम,
गुजरात रीजन में 24 फीसदी कम, मराठवाड़ा में 22 फीसदी बारिश सामान्य से कम
हुई है। ओडिशा में जरुर सामान्य से 12 फीसदी अधिक बारिश हुई है। मध्य
महाराष्ट्र में जहां चालू खरीफ में 9 फीसदी कम बारिश हुई है, वहीं विदर्भ
में 8 फीसदी और छत्तीसगढ़ में सामान्य से 4 फीसदी कम बारिश हुई है। पूर्वी
मध्य प्रदेश में भी सामान्य से 13 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई।
दक्षिण भारत में 2 फीसदी कम
दक्षिण
भारत के नार्थ इस्ट कर्नाटक में जहां चालू खरीफ में सामान्य से 29 फीसदी
कम बारिश हुई है वहीं साउथ इस्ट कर्नाटक में सामान्य से 4 फीसदी अधिक बारिश
हुई है। तमिलनाडु और पांडीचेरी में सामान्य से 8 फीसदी कम तो, केरल में 23
फीसदी सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई।
समय से पहले दी थी दस्तक
केरल में इस वर्ष 28 मई को मानसून ने पहली दस्तक दी थी। इस प्रकार देश में सामान्य से तीन दिन पहले मानसून का आगमन हुआ था।..... आर एस राणा
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