आर एस राणा
नई
दिल्ली। बुवाई में हुई बढ़ोतरी से चालू खरीफ में सोयाबीन की पैदावार बढ़कर
114.83 लाख टन होने का अनुमान है। सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया
(सोपा) द्वारा जारी पहले अग्रिम अनुमान के अनुसार पिछले साल 83.55 लाख टन
सोयाबीन का ही उत्पादन हुआ था।
सोपा के उपाध्यक्ष नरेश गोयनका ने
बताया कि प्रमुख उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश में चालू खरीफ में सोयाबीन का
उत्पादन बढ़कर 59.17 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल खरीफ में
इसका उत्पादन केवल 42 लाख टन का ही हुआ था। इसी तरह से महाराष्ट्र में
पिछले साल के 29.05 लाख टन से बढ़कर 38.35 लाख टन और राजस्थान में पिछले
साल के 7.50 लाख टन से बढ़कर 9.44 लाख टन सोयबाीन के उत्पादन का अनुमान है।
अन्य
राज्यों तेलंगाना में 1.57 लाख टन, कर्नाटक में 2.90 लाख टन, छत्तीसगढ़
में 1.10 लाख टन, गुजरात में 1.24 लाख टन और अन्य राज्यों में 1.04 लाख टन
सोयबीन का उत्पादन होने का अनुमान है। प्रमुख उत्पादक मंडियों में सोयाबीन
की दैनिक आवक पांच से साढ़े लाख क्विंटल की हो रही है, तथा उत्पादक मंडियों
में सोयाबीन के भाव 2,900 से 2,950 रुपये और प्लांट डिलीवरी भाव 3,050 से
3,150 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं।
पहली अक्टूबर 2018 से
शुरू हुए नए फसल सीजन में सोया डीओसी का निर्यात बढ़ने की संभावना है जबकि
पिछले फसल सीजन में 17 लाख टन का निर्यात हुआ था। सोयाबीन डीओसी के भाव
प्लांट डिलीवरी 26,000 से 27,000 रुपये प्रति टन चल रहे हैं।
सोयबाीन
की दैनिक आवकों का दबाव बनने से मौजूदा भाव में 75 से 100 रुपये प्रति
क्विंटल की गिरावट आने का अनुमान तो है, लेकिन ज्यादा मंदा नहीं आयेगा।
वैसे भी मध्य अक्टूबर से नेफेड मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान से
सोयाबीन की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद शुरू करेगी।....... आर एस राणा
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