आर एस राणा
नई
दिल्ली। चालू वित्त वर्ष के सितंबर महीने में डीओसी का निर्यात 73 फीसदी
घटकर केवल 81,511 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल सितंबर में 2,98,182 टन
का निर्यात हुआ था। रुपये की तुलना में डॉलर मजबूत है तथा घरेलू बाजार में
सोयाबीन की नई फसल की आवक शुरू हो गई है इसलिए आगे डीओसी के निर्यात में
बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ
इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2018-19 के पहले छह महीनों
अप्रैल से सितंबर के दौरान डीओसी का निर्यात 9 फीसदी बढ़कर 14,03,382 टन का
हुआ है जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात
12,84,788 टन का हुआ था। इस दौरान सोया डीओसी के निर्यात में तो कमी आई है,
लेकिन सरसों डीओसी का निर्यात बढ़ा है।
एसईए के कार्यकारी
निदेशक डॉ. बी वी मेहता ने बताया कि अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रर्ड
वार के कारण हमारे यहां से आगामी दिनों में डीओसी और सरसों डीओसी के
निर्यात में बढ़ोतरी होने का अनुमान है। भारतीय बंदरगाह पर सोया डीओसी के
भाव सितंबर में औसत: 367 डॉलर प्रति टन रहे, जबकि अगस्त में इसके भाव 406
डॉलर प्रति टन थे। इस दौरान सरसों डीओसी के भाव जरूर अगस्त के 216 डॉलर से
बढ़कर सितंबर में 226 डॉलर प्रति टन हो गए।
सोयाबीन प्रोसेसर्स
एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) के उपाध्यक्ष नरेश गोयनका ने बताया कि रुपये की
तुलना में डॉलर महंगा है इसलिए चालू सीजन में डीओसी के निर्यात में बढ़ोतरी
होने का अनुमान है। सोया डीओसी के भाव प्लांटों में 26,000 से 27,000
रुपये और कांडला बंदरगाह पर 27,500 रुपये प्रति टन रहे।..... आर एस राणा
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