आर एस राणा
नई
दिल्ली। पहली अक्टूबर 2018 से गन्ना पेराई सीजन आरंभ हो गया है, तथा
हरियाणा की चीनी मिलें 10 नवंबर से गन्ने की पेराई आरंभ कर देगी। चालू
पेराई सीजन 2018-19 (अक्टूबर से सितंबर) के दौरान राज्य में 8.99 लाख टन
चीनी के उत्पादन का अनुमान है।
रिकवरी भी ज्यादा होने का अनुमान
हरियाणा
के सहायक गन्ना आयुक्त रविन्द्र हुड्डा ने बताया कि चालू सीजन में राज्य
में गन्ना के क्षेत्रफल में हुई बढ़ोतरी से चीनी का उत्पादन बढ़ने का
अनुमान है। पिछले पेराई सीजन में राज्य में 8.43 लाख टन चीनी का उत्पादन
हुआ था, जबकि चालू सीजन में उत्पादन 8.99 लाख टन होने का अनुमान है।
उन्होंने बताया कि पिछले साल औसतन रिकवरी 10.39 फीसदी की आई थी, जबकि चालू
पेराई सीजन में औसत रिकवरी 10.40 फीसदी आने का अनुमान है।
चालू महीने के आखिर तक एसएपी हो सकते हैं तय
उन्होंने
बताया कि चालू महीने के आखिर तक गन्ने का राज्य समर्थित मूल्य (एसएपी) तय
होने की उम्मीद है। पिछले पेराई सीजन में गन्ने का एसएपी 320 से 330 रुपये
प्रति क्विंटल (किस्म अनुसार) था।
प्राइवेट चीनी मिलों पर किसानों का करीब 100 करोड़ है बकाया
उन्होंने
बताया कि राज्य की 3 प्राइवेट चीनी मिलों पर किसानों का करीब 100 करोड़
रुपये बकाया बचा हुआ है, तथा राज्य सरकार कोशिश कर रही है कि जल्द से जल्द
किसानों के बकाया का भुगतान किया जाए।
सहकारी मिलें कर चुकी है पूरा भुगतान
हरियाणा
स्टेट फेडरेशन ऑफ को-ऑपरेटिव शुगर मिल्स के गन्ना सलाहकार डॉ. रोशन लाल
यादव ने बताया कि राज्य की सहकारी चीनी मिलें किसानों को पूरा भुगतान कर
चुकी है तथा चीनी मिलें नवंबर के शुरू में पेराई आरंभ कर देगी। राज्य सरकार
ने पेराई सीजन 2017-18 के लिए चीनी मिलों को किसानों के भुगतान के लिए 510
करोड़ रुपये की सब्सिडी दी है। ...... आर एस राणा
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