25 सितंबर 2013
सोने के आयात में कड़ाई से ज्वैलरी निर्यात घटा
अगस्त माह में सोने की ज्वैलरी का निर्यात घटकर लगभग आधा रह गया। हालांकि जुलाई के मुकाबले ज्वैलरी के निर्यात में सुधार दर्ज किया गया। एक उद्योग संगठन के अनुसार इस दौरान सिर्फ 56.1 करोड़ डॉलर की ज्वैलरी का निर्यात किया गया। जुलाई में भारतीय रिजर्व बैंक ने सोने के आयात पर अंकुश लगाने के लिए कदम उठाए थे। ज्वैलरी के निर्यात पर इसी का असर दिखाई दिया।
सरकार बढ़ते करेंट एकाउंट डेफिशिट (सीएडी) पर अंकुश लगाने के लिए सोने के आयात पर नियंत्रण लगाने की कोशिश कर रही है। जबकि सोने के आयात का सीधा असर इसकी ज्वैलरी के निर्यात पर पड़ रहा है। जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के अनुसार अगस्त में 56.1 करोड़ डॉलर मूल्य की ज्वैलरी का निर्यात किया गया। जुलाई में ज्वैलरी का निर्यात 70 फीसदी घटकर 44.14 करोड़ डॉलर के स्तर पर रह गया था।
क्रूड ऑयल के बाद सोने के आयात में सबसे ज्यादा विदेशी मुद्रा खर्च होती है। इसी वजह से सीएडी कम करने के लिए सरकार सोने के आयात पर नियंत्रण का प्रयास कर रही है। भारतीय रिजर्व बैंक ने निर्देश दिया था कि आयात किए गए सोने में से कम से कम 20 फीसदी सोने की ज्वैलरी निर्यात होनी चाहिए। लेकिन इस नियम को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई और सोने का आयात पूरी तरह ठप पड़ गया।
लेकिन बाद में उच्च स्तरीय बैठक में इस मुद्दे पर विचार करने के बाद नियम में समुचित बदलाव किया गया। इसके बाद सोने का आयात दुबारा शुरू हुआ।
भारत से अप्रैल-अगस्त के बीच 2.68 अरब डॉलर मूल्य की ज्वैलरी का निर्यात किया गया। यह निर्यात पिछले साल की समान अवधि के निर्यात से करीब 59.4 फीसदी कम है। (Business Bhaskar)
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