19 सितंबर 2013
मायाराम की रिपोर्ट के बाद एनएसईएल पर कार्रवाई
वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) आर्थिक मामलों के सचिव अरविंद मायाराम की अंतिम रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। नियामक द्वारा संकटग्रस्त नैशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) की प्रवर्तक फाइनैंशियल टेक्नोलॉजिस (एफटी) को कारण बताओ नोटिस जारी करने की संभावना है। इस नोटिस में एक्सचेंज को चलाने में एफटी की सक्षमता पर सवाल उठाया जाएगा। एनएसईएल पांच सप्ताह से लगातार डिफॉल्ट कर रही है और इसके 31 जुलाई को कारोबार बंद करने के बाद अब तक कुल रिकवरी महज 148 करोड़ रुपये की हो सकी है। हालांकि इसे कुल 5,572 करोड़ रुपये का भुगतान करना है।
फएमसी के एक अधिकारी ने कहा, 'हम कार्रवाई करने के लिए आर्थिक मामलों के सचिव अरविंद मायाराम की रिपोर्टों का इंतजार कर रहे हैं।Ó मायाराम दो कार्यदलों द्वारा पेश की गई रिपोर्टों की छानबीन कर रहे हैं और उनकी रिपोर्टों के आधार पर ही विभिन्न नियामक अपनी कार्रवाई करेंगे।
एफएमसी ने एनएसईएल के निदेशक बोर्ड को पहले चेताया था कि एक्सचेंज को चलाने में उनकी स्थिति जोखिमपूर्ण है। इस मामले का हाल का घटनाक्रम यह है कि एनएसईएल के बाहर निकाले गए एमडी अंजनी सिन्हा ने एक हलफनामे में कहा है कि उन्होंने बोर्ड को अंधेरे में रखा और सिन्हा ने सभी अनियमितताओं की जिम्मेदारी खुद पर ली है। एफएमसी के लिए भी एक्सचेंज को चलाने में बोर्ड की सही स्थिति को चुनौती देना एफएमसी के लिए आसान नहीं होगा।
माना जा रहा है कि एनएसईएल के बोर्ड ने भी एमडी द्वारा दी गई जानकारी और एक्सचेंज द्वारा हर तिमाही में जारी किए जाने वाले अनुपालन प्रमाण-पत्र पर विश्वास कर लिया और इनमें से किसी ने भी अनियमितता की जानकारी नहीं दी। अरविंद मायाराम ने आगे की कार्रवाई पर चर्चा के लिए शुक्रवार को एक समीक्षा बैठक बुलाई है। पिछले सप्ताह एफएमसी को वित्त मंत्रालय के तहत लाने के बाद अब यह मायाराम को ही रिपोर्ट करता है। (BS Hindi)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें