10 सितंबर 2013
ग्वार की फसल को नुकसान के अंदेशे से भाव में तेजी जारी
मंडियों में ग्वार सीड व ग्वार गम उच्च स्तर पर, वायदा में 78 फीसदी की तेजी
मार्केट फैक्टर
8-10 दिनों में बारिश नहीं हुई तो उत्पादन घटने की आशंका
स्टॉकिस्टों ने तेजी के आसार देखकर बिकवाली घटाई
अक्टूबर में नई फसल आने पर भाव में नरमी संभव
अंतरराष्ट्रीय बाजार में ग्वार गम 3,400 डॉलर प्रति टन
इन भावों में निर्यातकों का मार्जिन काफी कम,निर्यात सुस्त
राजस्थान व हरियाणा के ग्वार सीड उत्पादक क्षेत्रों में मध्य अगस्त के बाद से बारिश न होने के कारण इसकी फसल को नुकसान होने का अंदेशा है। इस वजह से पिछले एक माह के दौरान ग्वार सीड और ग्वार गम के मूल्य में लगातार तेजी आ रही है।
उत्पादक मंडियों में ग्वार गम की कीमतें बढ़कर 23,000 रुपये और ग्वार सीड के दाम 7,500-8,000 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं। वायदा कारोबार में इसके दाम करीब 78 फीसदी बढ़ गए हैं। स्टॉकिस्टों की सक्रिय बढ़ गई है जिससे तेजी को बल मिल रहा है। हालांकि ग्वार गम का निर्यात सुस्त पड़ा है।
टिकू राम गम एंड केमिकल के मैनेजिंग डायरेक्टर विपिन अग्रवाल ने बिजनेस भास्कर को बताया कि ग्वार गम में निर्यात मांग काफी कम है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में ग्वार गम के भाव 3,400 डॉलर प्रति टन हैं लेकिन इन भावों में निर्यातकों का मार्जिन काफी कम रह गया है।
ग्वार के प्रमुख उत्पादक राज्यों राजस्थान और हरियाणा में मध्य अगस्त के बाद बारिश नहीं हुई है, जिससे फसल को नुकसान होने का अंदेशा है। इसीलिए स्टॉकिस्टों ने ग्वार में बिकवाली कम कर दी है। ग्वार की नई फसल की आवक अक्टूबर महीने में बनेगी, उसके बाद दाम घटने की संभावना है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2013-14 की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) के दौरान ग्वार गम के निर्यात में मूल्य के हिसाब से 57.29 फीसदी की गिरावट आकर कुल 4,702.87 करोड़ रुपये मूल्य का ही निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 11,010.07 करोड़ रुपये मूल्य का निर्यात हुआ था।
हरियाणा ग्वार गम एंड केमिकल के मैनेजिंग डायरेक्टर सुरेंद्र सिंघल ने बताया कि हाजिर बाजार में ग्वार की सप्लाई कम है जिसकी वजह से महीने भर में ही ग्वार गम और ग्वार की कीमतों में भारी तेजी आ चुकी है। उत्पादक मंडियों में ग्वार गम की कीमतें बढ़कर 23,000 रुपये और ग्वार की कीमतें 7,500-8,000 रुपये प्रति क्विंटल हो गई हैं।
चालू खरीफ में ग्वार की बुवाई पिछले साल से ज्यादा हुई है लेकिन बारिश की कमी से कहीं-कहीं फसल को नुकसान होने लगा है। आगामी आठ-दस दिनों में उत्पादक क्षेत्रों में बारिश नहीं हुई तो ग्वार के अनुमानित उत्पादन में कमी आएगी, जिससे भाव तेज बने रह सकते हैं।
राजस्थान कृषि विभाग के अनुसार राज्य में ग्वार की बुवाई बढ़कर 34.3 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 26.58 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी। एनसीडीईएक्स पर अक्टूबर महीने के वायदा अनुबंध में 13 अगस्त को ग्वार का भाव 4,040 रुपये प्रति क्विंटल था जबकि सात सितंबर को इसका भाव 7,210 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।
इस दौरान इसमें 78.4 फीसदी की तेजी आई है। इसी तरह से ग्वार गम की कीमतों में इस दौरान 72.9 फीसदी की तेजी आकर सात सितंबर को अक्टूबर महीने के वायदा अनुबंध में भाव 19,910 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए। (Business Bhaskar...R S Rana)
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