27 सितंबर 2013
एनएसईएल की जांच का दायरा बढ़ा
नैशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) मामले में जांच का दायरा बढ़ाते हुए कॉरर्पोरेट मामले के मंत्रालय ने स्पॉट एक्सचेंज की मूल कंपनी फाईनैशियल टेक्नोलॉजीज समूह और उससे अन्य संबंधित इकाइयों की वित्तीय रिपोर्ट और अन्य ब्योरे तलब किए हैं।
जिग्नेश शाह के नेतृत्व वाली फाईनैशियल टेक्नोलॉजीज समूह द्वारा प्रवर्तित एनएसईएल में 5,600 करोड़ रुपये के भुगतान चूक और विभिन्न नियामकीय मानदंडों के लगातार उल्लंघन के संबंध में अलग-अलग नियामकीय और अन्य जांच एजेंसियां पड़ताल कर रही हैं।
कॉरर्पोरेट मामलों के मंत्रालय ने इससे पहले रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) मुंबई को एनएसईएल का ब्योरा इकट्ठा करने के लिए कहा था। अब इससे समूह की अन्य कंपनियों के बारे में भी ब्योरा मांगा गया है।
एनएसईएल के अलावा फाईनैशियल टेक्नोलॉजीज समूह देश के शीर्ष जिंस बाजार एमसीएक्स, शेयर बाजार एमसीएसक्स-एसएक्स के साथ-साथ एक्सचेंज प्रौद्योगिकी समाधान आदि से जुड़ी इकाइयों की भी प्रवर्तक है।
एनएसईएल की जांच के बारे में पूछने पर कॉरर्पोरेट मामले के मंत्री सचिन पायलट ने कहा, 'जहां तक मंत्रालय का सवाल है तो हम संदेह के दायरे में आई सभी कंपनियों और इकाइयों की जांच करेंगे और हमने रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज से सभी नतीजे, आंकड़े से जुड़े तुलना पत्र आदि मांगे हैं और इस बात की भी जांच की जाएगी कि कंपनी ने किसी कानून का उल्लंघन तो नहीं किया।'
उन्होंने कहा, 'रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज से संदेह के दायरे में आई सभी कंपनियों की रिपोर्ट मिलने पर हम कार्रवाई करेंगे।' मंत्री ने यह भी कहा कि अब तक कॉरर्पोरेट मामलों के मंत्रालय ने एनएसईएल मामले में कोई सुझाव नहीं दिए हैं। (BS Hindi)
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