17 सितंबर 2013
आज से फेड की बैठक, क्यूई3 पर होगा फैसला
बाजार की नजर अब फेडरल रिजर्व और आरबीआई पर टिकी है। दोनों बैठकों का रुख अब बाजार की आगे की चाल तय करेगा।
फेडरल रिजर्व की आज से 2 दिन की बैठक शुरू हो रही है। इसमें फेड क्यूई3 में 10 अरब डॉलर की कटौती का फैसला ले सकता है। अभी फेड हर महीने क्यूई3 के जरिए 85 अरब डॉलर के बॉन्ड बाजार से खरीदता है।
इस बॉन्ड खरीद के जरिए सिस्टम में नकदी बढ़ती है और यही पैसा दुनिया के शेयर, कमोडिटी और बॉन्ड बाजारों में लगता है। अगर इसमें कटौती होती है तो इसका इसर भारतीय बाजारों पर भी पड़ना तय है। जानकार मानते हैं कि अगर कटौती 10 अरब डॉलर से ज्यादा हुई तो बाजारों में तेज गिरावट संभव है।
फेड बैठक में क्या होगा इससे संकेत लेकर ही आरबीआई 20 सितंबर को आने वाली क्रेडिट पॉलिसी की रूपरेखा तय करेगा। क्रेडिट पॉलिसी से पहले आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन वित्त मंत्री पी चिदंबरम से मिलेंगे।
नेशनल ऑस्ट्रेलिया बैंक के हेड ऑफ रिसर्च निक पारसंस का कहना है कि फेड की बैठक में लिक्विडिटी कड़ी करने पर फैसले लिए जा सकते हैं जिसके तहत फेड स्टिमुलस वापस लेना शुरु करेंगे। हो सकता है कि हर महीने फेड 10 अरब डॉलर या 5 अरब डॉलर की बॉन्ड खरीद कम कर दे।
हालांकि इस बॉन्ड खरीद वापसी का वैश्विक शेयर बाजारों पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा क्योंकि बाजारों ने इसका अनुमान पहले ही लगा लिया है। लेकिन उभरते शेयर बाजारों में इसके चलते शुरुआती बिकवाली देखने को मिलेगी लेकिन धीरे धीरे इसमें सुधार आने की उम्मीद है। जल्द ही गिरावट का 50 फीसदी फिर से रिकवर कर लिया जाएगा।
भारत में आरबीआई की आने वाली क्रेडिट पॉलिसी में ऐसे कदम उठाए जाने की उम्मीद है जिससे निवेशकों का भरोसा फिर बाजारों में आ जाए। इसके बाद ब्याज दरों में सुधार आना चाहिए जिससे भारतीय कंपनियों की स्थिति में सुधार आए।
आरबीआई को एफआईआई को भारतीय बाजारों से बाहर जाने से रोकने के लिए कुछ कदम उठाने की घोषणा करनी चाहिए। इससे भारतीय बाजारों में स्थिरता आने की उम्मीद की जा सकती है। (Hindi.moneycantorl.com)
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