16 सितंबर 2013
अक्टूबर में नई सप्लाई होने पर मक्का में गिरावट
चालू खरीफ सीजन में मक्का का रकबा बढ़कर 81.87 लाख हैक्टेयर
चालू खरीफ में मक्का की बुवाई में 10.6 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल बुवाई 81.87 लाख हैक्टेयर में हुई है। प्रमुख उत्पादक राज्यों में मौसम भी फसल के अनुकूल रहा है तथा अक्टूबर महीने में नई मक्का की आवक का दबाव बन जायेगा। ऐसे में आगामी दिनों में मक्का की मौजूदा कीमतों में गिरावट की संभावना है।
गोपाल ट्रेडिंग कंपनी के प्रबंधक राजेश अग्रवाल ने बताया कि चालू खरीफ में मक्का के बुवाई क्षेत्रफल में बढ़ोतरी हुई है जबकि मौसम भी फसल के अनुकूल ही रहा है। चालू महीने के आखिर तक उत्पादक मंडियों में मक्का की नई फसल की आवक शुरू हो जायेगी, जबकि अक्टूबर महीने में आवकों को दबाव बन जायेगा। ऐसे में अक्टूबर महीने में मक्का की कीमतों में गिरावट बननी शुरू हो जायेगी।
दिल्ली बाजार में मक्का की कीमतें घटकर शनिवार को 1,400 रुपये प्रति क्विंटल रह गई। उत्पादक राज्यों में मक्का के भाव घटकर 1,300 से 1,310 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। सप्ताहभर में इसकी कीमतों में करीब 35 से 30 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है।
लक्ष्मी ओवरसीज के डायरेक्टर दलीप काबरा ने बताया कि चालू खरीफ में मक्का की पैदावार बढऩे की संभावना है इसीलिए स्टार्च मिलों के साथ ही पोल्ट्री फीड निर्माताओं की मांग भी कम हो गई है। मक्का के निर्यात सौदों में भी पहले की तुलना में कमी आई है।
इसलिए आगामी दिनों में मांग कम रहने से मक्का की मौजूदा कीमतों में गिरावट की संभावना है। प्रमुख उत्पादक राज्यों आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान में चालू महीने के आखिर तक नई मक्का की आवक शुरू हो जायेगी।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में मक्का की बुवाई बढ़कर 81.87 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 74.01 लाख हैक्टेयर में हुई थी। मंत्रालय के चौथे आरंभिक अनुमान के अनुसार वर्ष 2012-13 में मक्का का उत्पादन 160.4 लाख टन का हुआ था
जोकि वर्ष 2011-12 के 164.9 लाख टन से कम था। एनसीडीईएक्स पर 29 अगस्त को अक्टूबर महीने के वायदा अनुबंध में मक्का का भाव 1,323 रुपये प्रति क्विंटल था जबकि शनिवार को इसका भाव घटकर 1,288 रुपये प्रति क्विंटल पर रह गया। (Business Bhaskar)
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