30 सितंबर 2013
रिफाइंड खाद्य तेलों के आयात शुल्क में हो सकती है बढ़ोतरी
राहत - इससे घरेलू रिफाइनिंग उद्योगों को हो रहे नुकसान से मिलेगी निजात
वजह - रिफाइंड खाद्य तेल और क्रूड पाम तेल के आयात शुल्क में इस समय 5 फीसदी का अंतर है। खाद्य एवं उपभोक्ता मामले मंत्रालय इस अंतर को बढ़ाकर 7.5 फीसदी करने की कर रहा है तैयारी जिससे आयातक क्रूड पाम तेल के मुकाबले रिफाइंड खाद्य तेलों का आयात ज्यादा मात्रा में न कर सकें
घरेलू उद्योग को राहत देने के लिए सरकार रिफाइंड खाद्य तेलों के आयात शुल्क में 2.5 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकती है। रिफाइंड खाद्य तेल और क्रूड पाम तेल के आयात शुल्क में इस समय 5 फीसदी का अंतर है। खाद्य एवं उपभोक्ता मामले मंत्रालय इस अंतर को बढ़ाकर 7.5 फीसदी करने की तैयारी कर रहा है।
खाद्य एवं उपभोक्ता मामले मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रिफाइंड खाद्य तेलों और क्रूड पाम तेल के आयात शुल्क में केवल पांच फीसदी का ही अंतर है।
रिफाइंड खाद्य तेलों के आयात पर इस समय 7.5 फीसदी आयात शुल्क है जबकि क्रूड पाम तेल पर आयात शुल्क 2.5 फीसदी है। ऐसे में आयातक क्रूड पाम तेल के मुकाबले रिफाइंड खाद्य तेलों का आयात ज्यादा मात्रा में कर रहे है इससे घरेलू रिफाइनिंग कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है।
उन्होंने बताया कि मंत्रालय ने रिफाइंड खाद्य तेलों के आयात शुल्क को 7.5 फीसदी से बढ़ाकर 10 फीसदी करने की सिफारिश की है जबकि क्रूड पाम तेल पर आयात शुल्क 2.5 फीसदी ही रहेगा। इस आशय का प्रस्ताव सभी संबंधित मंत्रालय को भेजा गया है, मंत्रालयों की सहमति के बाद ही आयात शुल्क में बढ़ोतरी कर फैसला लिया जायेगा।
उन्होंने बताया कि पिछले महीने भी इस आशय का प्रस्ताव आयात था लेकिन सभी मंत्रालयों की सहमति नहीं बन पाई थी। चालू खरीफ में तिलहनों की पैदावार में बढ़ोतरी की संभावना है जबकि घरेलू बाजार में खाद्य तेलों के दाम नीचे बने हुए है इसलिए रिफाइंड खाद्य तेलों के आयात शुल्क में बढ़ोतरी से घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की कीमतें प्रभावित होने की संभावना नहीं है।
दिल्ली वैजिटेबल ऑयल ट्रेडर्स के सचिव हेमंत गुप्ता ने बताया कि खाद्य तेलों में मांग कमजोर बनी हुई है जबकि अक्टूबर में खरीफ तिलहनों की आवक शुरू हो जायेगी।
इसीलिए चालू महीने में घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में 300 से 400 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है। इंदौर में सोया रिफाइंड तेल का भाव 670 रुपये, हरियाणा में सरसों तेल का भाव 680 रुपये, बंदरगाह पर क्रूड पाम तेल का भाव 535 रुपये और आरबीडी पामोलीन का भाव 575 रुपये तथा राजकोट में मूंगफली तेल का भाव 875 रुपये प्रति 10 किलो चल रहा है।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू तेल वर्ष के पहले दस महीनों (नवंबर-12 से अगस्त-13) के दौरान कुल 87.92 लाख टन खाद्य तेलों का आयात हुआ है इसमें रिफाइंड खाद्य तेलों की हिस्सेदारी 19.01 लाख टन है जोकि कुल आयात का 22 फीसदी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में कुल खाद्य तेलों के आयात में रिफाइंड खाद्य तेलों की हिस्सेदारी केवल 18 फीसदी ही थी। (Business Bhaskar....R S Rana)
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