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18 जनवरी 2021

जीरा में निर्यात मांग कमजोर, आगे हल्का सुधार संभव बड़ी तेजी नहीं

नई दिल्ली। सोमवार को उंझा और राजकोट में जीरा के दाम स्थिर बने रहे, जबकि वायदा में मिलाजुला रुख देखा गया।

जीरा में स्टॉकिस्टों की मांग कमजोर है क्योंकि अगले महीने नई फसल की आवक बनेगी, तथा नई फसल का उत्पादन अनुमान ज्यादा है। इसलिए नई फसल की आवक बनने से पहले स्टॉकिस्ट मौजूदा कीमतों में 200 से 400 रुपये प्रति​ क्विंटल की तेजी तो कर सकते हैं, लेकिन बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है।

नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज पर सोमवार को जनवरी वायदा करीब 95 रुपये कम होकर 12,895 रुपये के करीब बंद हुआ, जबकि मार्च वायदा 30 रुपये बढ़कर 13,195 रुपये पर बंद हुआ।  

 ऊंझा मंडी ने सोमवार को 5,500 बोरियों की आवक, जोकि शनिवार के 4,500 बोरियों से ज्यादा। सीमित मांग से मंडी में जीरा की कीमतें लगभग स्थिर बनी रही। एनसीडीईएक्स क्वालिटी जीरा का भाव 2,100-2,170 रुपये प्रति 20 किलो रहा, जबकि मीडियम क्वालिटी का भाव 2,220-2,320 प्रति 20 किलो तथा अच्छी गुणवत्ता के जीरा का भाव 2,420-2,470 रुपये प्रति 20 किलो रहा।

गुजरात के राज्य कृषि विभाग द्वारा दूसरे अग्रिम अनुमान में जीरा का उत्पादन 0.5 फीसदी बढ़कर फसल सीजन 2020-21 में 3,73,700 टन होने का अनुमान जारी किया है।

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