कुल पेज दृश्य

29 जनवरी 2021

चालू पेराई सीजन में 302 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान-इस्मा

नई दिल्ली। पहली अक्टूबर 2020 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन 2020-21 अक्टूबर से सितंबर के दौरान देश में चीनी का उत्पादन 302 लाख टन होने का अनुमान है जोकि आरंभिक अनुमान 310 लाख टन से 8 लाख टन कम है।

इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन, इस्मा के अनुसार चालू पेराई सीजन में 302 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान है, जबकि पहली अक्टूबर 2020 को पेराई आरंभ होने के समय देश में चीनी का बकाया स्टॉक 107 लाख टन का बचा हुआ था। देश में चीनी की सालाना खपत 260 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि 60 लाख टन का निर्यात कोटा केंद्र सरकार ने तय किया हुआ है। ऐसे में पहली अक्टूबर 2021 को आगामी पेराई सीजन के समय चीनी का बकाया स्टॉक इस बार की तुलना में कम यानि 89 लाख टन बचने का अनुमान है। केंद्र सरकार चीनी निर्यात पर मिलों को 8,000 रुपये प्रति टन की दर से सब्सिडी दे रही है।

इस्मा के अनुसार उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन घटकर 105 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले पेराई सीजन में राज्य में 126.37 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। राज्य में गन्ने की उत्पादकता में कमी आने के साथ ही गन्ने में रिकवरी की दर भी कम आ रही है, जबकि चीनी मिलें सीधे गन्ने के रस से एथेनॉल का उत्पादन भी कर रही हैं।

दूसरे सबसे बड़े उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में 105.41 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान है जबकि पिछले पेराई सीजन में राज्य में केवल 61.69 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ था। राज्य में गन्ने के क्षेत्रफल में बढ़ोतरी हुई है, जबकि पिछले पेराई सीजन में भारी बारिश और बाढ़ से गन्ने की फसल को भारी नुकसान हुआ था।

कर्नाटक में चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन बढ़कर 42.5 लाख टन का होने का अनुमान है जोकि पिछले पेराई सीजन के 39.94 लाख टन से ज्यादा है। राज्य में गन्ने के क्षेत्रफल में तो बढ़ोतरी हुई ही है, साथ ही गन्ने में रिकवरी की दर भी पिछले साल की तुलना में ज्यादा आ रही है। अन्य उत्पादक राज्यों में चीनी का उत्पादन 49.35 लाख टन होने का अनुमान है, जोकि पिछले साल के लगभग बराबर ही है।

कोई टिप्पणी नहीं: