कुल पेज दृश्य

04 जनवरी 2021

बांग्लादेश और वियतनाम की मांग के बाद भी मक्का नरम, आगे भाव में सुधार की उम्मीद

नई दिल्ली। बांग्लादेश के साथ वियतनाम को मक्का का निर्यात जारी है लेकिन उत्पादक मंडियों में आवक ज्यादा हो रही है जबकि घरेलू पोल्ट्री फीड निर्माताओं की मांग भी सीमित मात्रा में होने से सप्ताहभर में भाव में 25 से 30 रुपये प्रति क्विंटल की नरमी तो आई है लेकिन व्यापारियों का मानना है कि आगे इसके भाव में सुधार आने का अनुमान है। मध्य प्रदेश में मक्का के भाव प्लांट डिलीवरी 1,250 से 1,425 रुपये प्रति क्विंटल क्वालिटीनुसार हैं। छिदंवाडा मंडी में मक्का के दाम 1,200 से 1,350 रुपये प्रति रहे।

व्यापारियों के अनुसार बांग्लादेश और वियतनाम को मक्का का निर्यात तो रहा है लेकिन निर्यात की गति धीमी है। बांग्लादेश के लिए सरकार ने समिति रैक कोटा आवंटित किया हुआ है जबकि वियनाम के लिए कंटेनर की कमी के कारण निर्यात में तेजी नहीं आ पा रही है। सूत्रों के अनुसार दिसंबर के आखिर में भारतीय निर्यातकों ने करीब एक लाख टन मक्का के निर्यात सौदे किए हैं, जिसमें से 50 हजार टन की लोडिंग विशाखापतनम बंदगाह से चालू महीने में होनी है। मक्का के सौदे 200 डॉलर प्रति टन एफओबी के हुए हैं।

जानकारों के अनुसार अप्रैल से अभी तक बांग्लादेश ने भारत से करीब 6.5 से 7 लाख टन मक्का के आयात सौदे किए हैं, जिसमें पिछले तीन महीनों अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में 2 लाख टन का व्यापार हुआ है। इसके अलावा वियतनाम ने अप्रैल से अभी तक एक लाख टन मक्का की खरीद की है। विश्व बाजार में मक्का के दाम लगातार तेज हो रहे हैं लेकिन जब तक सरकार बांग्लादेश के लिए रैक कोटा नहीं बढ़ायेगी और वियतनाम के लिए कंटेनरों की उपलब्धता नहीं बढ़ायेगी, तब तक घरेलू मंडियों में कीमतों में बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है।

कोविड—19 की स्थिति में सुधार आने से मक्का में पोल्ट्री उद्योग के साथ ही स्टार्च मिलों की मांग बढ़नी शुरू हो गई है, जबकि चालू रबी में बुआई में कमी आई है। अत: आगे बांग्लादेश और वियतनाम की मांग बनी रही तो मौजूदा कीमतों में 50 से 75 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी बनने की उम्मीद है। चालू रबी में मक्का की बुआई 12.57 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय इसकी बुआई 13.73 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।

कोई टिप्पणी नहीं: