नई दिल्ली। आयातित हाजिर स्टॉक कम होने के बावजूद भी दाल मिलों की कमजोर मांग से सोमवार को चेन्नई में बर्मा उड़द की कीमतों में 50 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई। साथ ही मांग कमजोर होने से देश के प्रमुख बाजारों में नई घरेलू उड़द की कीमतों में क्वालिटीनुसार मिलाजुला रुख देखा गया।
बर्मा में उड़द एफएक्यू और एसक्यू की कीमतों में स्थानीय और निर्यात मांग कमजोर होने से गिरावट आई। बर्मा के स्थानीय व्यापारियों के अनुसार 20 से 25 हजार टन उड़द जनवरी में चेन्नई पहुंचेगी। बर्मा के स्थानीय बाजार में नई उड़द की आवक हो रही है।
उड़द की नई फसल की आवक आंध्रप्रदेश के कुरनूल और ओंगोले प्रकाशम जिलों में हो रही है। नेल्लोर जिले में जनवरी मध्य के बाद से नई उड़द की आवक शुरू होने की संभावना है। कृष्णूर जिले में नई उड़द की आवक फरवरी 2021 से शुरू होगी।
स्थानीय दाल मिलों की मांग कमजोर होने से सोमवार को दिल्ली में कनाडा के साथ ही मध्य प्रदेश लाईन की मसूर की कीमतों गिरावट जारी रही। दिल्ली में कनाडा और मध्य प्रदेश लाईन की मसूर की कीमतों में 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आकर भाव क्रमशः 5225 रुपये और 5425 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
मसूर का आयातित स्टॉक ज्यादा होने के साथ बुआई में हुई बढ़ोतरी से कीमतों पर दबाव बना हुआ है।
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (एनसीडीईएक्स) पर जनवरी डिलीवरी के वायदा अनुबंध में 10 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई, जबकि मार्च वायदा अनुबंध में भाव में 6 रुपये प्रति क्विंटल का सुधार आया।
11 जनवरी 2021
चेन्नई में बर्मा उड़द की कीमतों में मंदा, देसी में मिलाजुला रुख
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें