नई दिल्ली। भारतीय आयातकों की मांग से बुधवार को बर्मा के दाल बाजार में उड़द एफएक्यू और एसक्यू की कीमतों में तेजी दर्ज की गई।
भारतीय खरीददारों ने करीब 60 से 70 कंटेनर एफएक्यू और एसक्यू उड़द के आयात सौदे क्रमशः 760 डॉलर और 900 डॉलर प्रति टन एफओबी के आधार पर चेन्नई के लिए किए। कंटनेरों की कमी के कारण भाड़े में बढ़ोतरी हुई है।
बर्मा के स्थानीय बाजार में नई अरहर और उड़द की फसल की आवक देखी गई। स्थानीय व्यापारी के अनुसार, उड़द की 20,000 से 25,000 टन के आसपास की शिपमेंट अप्रत्यक्ष पोत के जरिए जनवरी महीने में भारत में चेन्नई पहुंचने की संभावना है। यह माल सीधा भारत नहीं आ रहा है।
डीजीएफटी
ने मार्च 2021 तक चालू वित्त वर्ष के लिए उड़द का आयात कोटा आवंटित किया
हुआ है। अधिसूचना के अनुसार प्रत्येक आयातक को लगभग 97 टन आयात करने की
अनुमति दी हुई है। सरकार ने 2.5 लाख टन उड़द के आयात के लिए म्यांमार के
साथ पांच साल का एमओयू किया हुआ है। डीजीएफटी ने मार्च 2021 तक 1.5 लाख टन
मूंग के लिए कोटा मिलों को आवंटित किया हुआ है।
आयातित
हाजिर स्टॉक कम होने एवं दाल मिलों की मांग से बुधवार को चेन्नई,
मुंबई और दिल्ली के बाजारों में बर्मा उड़द की कीमतों में 25 से 100 रुपये
प्रति क्विंटल की तेजी आई। आयातित उड़द तेज होने के कारण उत्पादक राज्यों की
प्रमुख मंडियों में
देसी उड़द की कीमतों में 100 से 200 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आई। इसी
बीच, उड़द की नई फसल की आवक आंध्रप्रदेश के कुरनूल और ओंगोले प्रकाशम जिलों
में हो रही है। कृष्णूर जिले में नई उड़द की आवक फरवरी 2021 से शुरू होगी।
स्थानीय मिलों की हाजिर मांग सीमित होने से दिल्ली के नया बाजार में
बुधवार को अरहर और मसूर की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि उड़द के भाव
में सुधार आया। बर्मा की लेमन अरहर नई की कीमतों दिल्ली में 6,100 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बनी रही। दूसरी
ओर, चेन्नई से जनवरी डिलीवरी के लिए अरहर की कीमतों में 50 रुपये की
गिरावट आकर भाव 5,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए, हालांकि, नीचे दाम पर
खरीददार सक्रिय थे। हरियाणा लाईन की नई अरहर के दाम भी
5.0 रुपये घटकर 5,350 से 5,400 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। अन्य बाजारों
में कीमतों में आई नरमी का असर इसकी कीमतों पर देखा गया। इस बीच,
19 जनवरी, 2021 को कर्नाटक में नेफेड ने 2180 टन खरीफ 2019 में खरीदी हुई
अरहर की निविदा को कर्नाटक में 5705 से 5735 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर
मंजूरी दी।
बर्मा उड़द एफएक्यू और एसक्यू की कीमतों में आज दिल्ली में 50 से 100 रुपये की तेजी आकर भाव क्रमशः 7550 से 7600 रुपये और 8550 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। चेन्नई और मुंबई में भाव में आए सुधार और हाजिर स्टॉक कम होने से कीमतों में बढ़ोतरी हुई।
कनाडा और मध्य प्रदेश लाईन की मसूर में आज 50 से 100 रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमशः 5200 रुपये और 5400 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर जनवरी डिलीवरी के वायदा अनुबंध में 19 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई, जबकि मार्च वायदा अनुबंध के भाव में 51 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आया।
बर्मा उड़द एफएक्यू और एसक्यू की कीमतों में आज दिल्ली में 50 से 100 रुपये की तेजी आकर भाव क्रमशः 7550 से 7600 रुपये और 8550 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। चेन्नई और मुंबई में भाव में आए सुधार और हाजिर स्टॉक कम होने से कीमतों में बढ़ोतरी हुई।
कनाडा और मध्य प्रदेश लाईन की मसूर में आज 50 से 100 रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमशः 5200 रुपये और 5400 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
कोलकाता में मसूर का हाजिर स्टॉक लगभग 1.5 लाख टन और ऑस्ट्रेलियाई का 20,000 टन है जबकि मासिक खपत लगभग 30,000 टन की है। दूसरे
और देसी मसूर का हाजिर स्टॉक कम होने के बावजूद भी दाल मिलों की कमजोर
मांग से प्रमुख बाजारों में क्वालिटीनुसार मिलाजुला रुख रहा। आयातित मसूर का स्टॉक ज्यादा है, साथ ही चालू रबी में बुआई में बढ़ोतरी हुई है जिससे कीमतों पर दबाव है।
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर जनवरी डिलीवरी के वायदा अनुबंध में 19 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई, जबकि मार्च वायदा अनुबंध के भाव में 51 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आया।
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